इमामी शेयर के लिए पर्याप्त नहीं प्रवर्तक गिरवी शेयरधारिता में कमी

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 7:53 PM IST

अपना सीमेंट व्यवसाय बेचने के लिए नुवोको विस्टाज कॉरपोरेशन (पूर्व में लाफार्ज इंडिया) के साथ समझौता करने के कुछ महीने बाद इमामी गु्रप अब अपने सौर विद्युत व्यवसाय (इमामी पावर में प्रवर्तकों की 100 फीसदी हिस्सेदारी है) को बु्रकफील्ड ऐसेट मैनेजमेंट के हाथों बेच रहा है। इस सौदे की वैल्यू की जानकारी अभी सामने नहीं आई है और इमामी पावर समूह की सूचीबद्घ एफएमसीजी कंपनी इमामी लिमिटेड से अलग इकाई है। इस सौदे का इमामी लिमिटेड पर कुछ असर दिखेगा।
नया सौदा प्रवर्तक ऋण घटाने के लिए समूह की गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों की बिक्री रणनीति का हिस्सा है। ऊंची प्रवर्तक गिरवी धारिता (मार्च 2020 को 89.2 फीसदी) है जो इमामी के कम मूल्यांकन की मुख्य वजह है। नए सौदे की खबरों के बाद सोमवार को यह शेयर 4 फीसदी बढ़कर 205.1 रुपये पर बंद हुआ जिसके साथ ही इस शेयर में मार्च के निचले स्तर से अब तक 34 फीसदी की तेजी आ चुकी है।
जहां इस सौदे की खबर सकारात्मक है, वहीं विश्लेषकों का मानना है कि इमामी की रेटिंग में सुधार के लिए प्रवर्तक गिरवी धारिता में कमी आना ही काफी नहीं है, भले ही यह मौजूदा समय में अपनी 2020-21 की अनुमानित आय के महज 17 गुना (अपने प्रतिस्पर्धियों के मामले में 40 गुना के मुकाबले) पर कारोबार कर रहा है।
एक घरेलू ब्रोकिंग हाउस के विश्लेषक ने कहा, ‘जहां तक प्रवर्तक गिरवी शेयरों में कमी लाने की बात है तो इमामी इसे लेकर सही दिशा में आगे बढ़ रही है। हालांकि उसे ऊंचा मल्टीपल बनाए रखने के लिए वृद्घि की रफ्तार बरकरार रखनी होगी।’ उनका मानना है कि मौसमी बदलाव, बढ़ती प्रतिस्पर्धा, और थोक बिक्री वितरण की ऊंची भागीदारी जैसे कारक कपंनी के लिए प्रमुख चिंताए हैं।

First Published : June 10, 2020 | 11:49 PM IST