साल 2008 में आलू की कम आपूर्ति का सामना कर चुकी खाद्य एवं पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनी पेप्सीको की योजना नए कृषि उपकरणों और तकनीक के साथ आलू की आपूर्ति सुनिश्चित करने की है।
न सिर्फ इतना बल्कि कंपनी नई किस्म के आलू के बीज भी पेश करेगी, जिससे फसल के नष्ट होने की आशंका काफी कम हो जाए। इसके अलावा कंपनी की योजना देश के दूसरे राज्यो में ठेके पर फसल के तहत आलू की खेती का रकबा बढ़ाने की भी है।
पेप्सिको इंटरनैशनल के दक्षिण एशिया के स्थानीय कृषि विज्ञान के निदेशक रे नाल्देर का कहना है, ‘हम ताइवान और थाईलैंड से मंगा जाने वाले हाथों से चलाए जाने वाले और सेमी-ऑटोमैटिक उपकरणों को पेश करेंगे, ताकि हमारी फसल बढ़े और नुकसान कम हो।’
कंपनी देश में खाद्य उत्पाद बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले आलू की पैदावार में कम आधुनिक उपकरणों को देखते हुए सीधे बीज बोने वाले और कटाई के उपकरण भी पेश कर रही है ताकि फसल में कम से कम नुकसान हो।
इसके अलावा कंपनी खासतौर पर धान की खेती के लिए खेतों में पर्याप्त सिंचाई और पानी की कम खपत वाले नए उपकरण भी लाएगी। यह पेप्सिको के इस साल पानी का सकारात्मक संतुलन बनाने रखने के अपने उद्देश्य के मद्देनजर ही है।
हालांकि नाल्देर ने इस काम के लिए निवेश के आंकड़ों का खुलासा नहीं किया। उनका कहना है, ‘किसानों को मुनाफा होना चाहिए। हम इतना निवेश करेंगे ताकि अधिक से अधिक किसान इस मॉडल को अपनाएं।’