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आर्सेलरमित्तल पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए कम कार्बन उत्सर्जन वाले इस्पात को लेकर की गई साझेदारी के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित कर रही है। ओलंपिक खेल पेरिस में इस महीने के अंत में 26 जुलाई को शुरू होंगे और 11 अगस्त तक चलेंगे।
भारतीय उद्यमी लक्ष्मी मित्तल के स्वामित्व वाली इस्पात कंपनी ने इस सप्ताह बताया कि दुनियाभर में घूम रही ओलंपिक मशालों, फ्रांस की राजधानी के प्रतिष्ठित एफिल टावर पर लगाई गईं ओलंपिक रिंग्स और शहर के आर्क डी ट्रायम्फ के ऊपर पैरालिंपिक के प्रतीक एजिटोस को उसके संयंत्र में पुनर्चक्रित और नवीकरणीय रूप से तैयार किए गए ‘एक्सकार्ब’ से बनाया गया है।
पेरिस ओलंपिक 2024 में पहली बार मशालों का दोबारा इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आई है। इस पहल की वजह से आमतौर पर 12,000 मशालों की तुलना में इस बार केवल 2,000 मशालों की जरूरत पड़ी।
आर्सेलरमित्तल के ब्रांड प्रमुख इयान लाउडेन ने पेरिस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें लगता है कि यह आयोजन खेल के बारे में हैं, लेकिन ये खेल से बढ़कर है।’’ उन्होंने कहा कि यह पहल दुनिया को समानता, शांति और साझा विश्वास के मंच पर एक साथ लाने के लिए है। पेरिस ओलंपिक 2024 में पहली बार पुरुष और महिला एथलीटों की संख्या बराबर है। उन्होंने कहा, ‘‘एक अग्रणी वैश्विक औद्योगिक कंपनी के रूप में हमें लगता है कि इस आयोजन का समर्थन करना चाहिए।’’ कंपनी ने इससे पहले लंदन 2012 ओलंपिक खेलों के साथ भी करार किया था।