देश की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी 1,238 करोड़ रुपये के एम्पेयरमेंट नुकसान के अलावा उत्पाद की कीमतों में गिरावट से चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही का शुद्ध लाभ में करीब 55 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। कंपनी ने बयान में कहा कि दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में उसका एकल शुद्ध लाभ 54.6 फीसदी घटकर 2,878 करोड़ रुपये रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 6,336 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।
तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व 31 फीसदी घटकर 16,917 करोड़ रुपये रह गया। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उसे प्रत्येक बैरल कच्चे तेल के उत्पादन पर 41.38 डॉलर प्राप्त हुए। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के 60.33 डॉलर प्रति बैरल से 31.4 फीसदी कम है। इस दौरान गैस के दाम भी एक-तिहाई से अधिक घटकर 2.39 डॉलर प्रति इकाई (एमएमबीटीयू) रह गए। कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तथा पहली छमाही में उसकी आय और शुद्ध लाभ घटा है। कंपनी ने कहा कि गैस कीमतों में गिरावट से भी उसका मुनाफा और आय प्रभावित हुई है।
बयान में कहा गया है कि दूसरी तिमाही में कंपनी को 1,238 करोड़ रुपये का एम्पेयरमेंट नुकसान हुआ है। कंपनी ने कहा है कि उसने भारतीय लेखा मानकों के हिसाब से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में गिरावट से उसकी उत्पादन इकाइयों की नकदी प्राप्ति पर असर का आकलन किया है। इसके अलावा कंपनी ने महामारी के प्रभाव, भविष्य में कच्चे तेल और प्राकृतिक प्राकृतिक गैस कीमतों, उत्पादन और भंडारण का भी आकलन किया है। जनवरी-मार्च की तिमाही में ओएनजीसी का एम्पेयरमेंट नुकसान 4,899 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने कहा कि भविष्य में एम्पेयरमेंट नुकसान पलट सकता है जब कच्चे तेल व गैस की कीमतों में इजाफा होगा। हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में सुधार के कारण जुलाई-सितंबर के दौरान शुद्ध लाभ 480 करोड़ रुपये ज्यादा रहा। कच्चे तेल का उत्पादन इस अवधि में 48.1 करोड़ टन रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 47.8 करोड़ टन रहा था।
