पश्चिम बंगाल के रानीगंज में कोयला आच्छादित मीथेन (सीबीएम) ब्लॉक की खोज के पहले चरण पूरा हो जाने के बाद तेल और गैस कंपनी ओएनजीसी लिमिटेड 2009 के अंत तक इस वेंचर के दूसरे चरण को शुरू करेगी।
सीबीएम विकास परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर सी. के. प्रसाद ने कहा, ‘इस साल के अंत तक ओएनजीसी रानीगंज ब्लॉक में गैस खोज की दूसरी चरण की प्रक्रिया शुरू करेगी। इसके लिए कुछ छोटे काम को शुरू भी कर दिया गया है।’
प्रसाद ने बताया कि कंपनी ने दो कुओं की खोज की है, जिसे पहले चरण के तहत शामिल किया जा चुका है। कोयला आच्छादित मेथेन (सीबीएम) की खोज प्रक्रिया में तीन चरण शामिल होते हैं, खोज का चरण, पायलट चरण और विकास का अंतिम चरण। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण की सफलता के बाद ही कंपनी तीसरे और अंतिम चरण में प्रवेश करेगी।
पहले चरण के तहत कंपनी ने आठ करोड़ छिद्र और एक कुएं की खोज की है, जो सितंबर 2008 में पूरा हो चुका है। ओएनजीसी 2011 में दूसरे चरण को पूरा करेगी। प्रसाद ने हालांकि कहा है कि कंपनी 2010 तक दूसरे चरण को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। दूसरे चरण के पूरा हो जाने के बाद ही ओएनजीसी दूसरे ब्लॉक के विकास का काम शुरू कर सकती है।
