वाहन निर्माण क्षेत्र की एक कंपनी ने फॉगिंग और स्प्रेइंग इलेक्ट्रिक वाहनों की पेशकश शुरू की है जिनका इस्तेमाल फैक्टरियों, मॉल और कार्यालयों जैसे बड़े स्पेस को कीटाणुमुक्त करने के लिए किया जा सकेगा। यह ऐसी अकेली कंपनी नहीं है जिसने नए उत्पादों की पेशकश की है।
पीडब्ल्यूसी इंडिया द्वारा गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है किप्रत्येक तीन में से एक कंपनी द्वारा कोविड-19 महामारी से उबरने के लिए नई सेवाओं या उत्पादों के विकास की संभावना जताई है। पीडब्ल्यूसी ने 17 जून से 10 जुलाई के बीच वरिष्ठ प्रबंधन कर्मियों का ऑनलाइन सर्वे कराया था। इस सर्वे में विभिन्न उद्योगों के 225 प्रतिनिधियों को शामिल किया गया।
रिपोर्ट में अनुसार, इनमें से कई उद्योग प्रतिनिधियों ने अपनी प्रमुख क्षमताओं वाले क्षेत्रों में कुछ नया शुरू करने की योजनाएं बनाई हैं। इसमें कहा गया है, ‘मुख्य जोर पेशकशों में इजाफा करना और जोखिम को घटाना तथा मजबूती सुनिश्चित करना है। ज्यादातर प्रतिभागी नई पेशकशों के जरिये वृद्घिशील बदलाव पर जोर दे रहे हैं।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि व्यावसायिक परिवेश चुनौतीपूर्ण है। यह व्यवसाय के लिए बेहद महंगा है, प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और ग्राहक कीमत को लेकर ज्यादा सजग हो गए हैं। इन सब और अन्य कारकों ने कठिन परिवेश को बढ़ावा दिया है। समेकन में तेजी आई है। लगभग 50 प्रतिशत व्यावसायिक घराने अधिग्रहण पर विचार कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, ‘अधिग्रहण की योजना बना रहीं दो तिहाई से ज्यादा कंपनियां उत्पाद, डिलिवरी चैनल आदि में खामियां दूर करने के लिए अपने व्यवसायों को बढ़ाने के लिए समेकन अवसरों पर विचार कर रही हैं।’
पीडब्ल्यूसी इंडिया में पार्टनर और लीडर (डील्स) संजीव कृष्ण ने कहा, ‘मूल्य वृद्घि बेहद महत्वपूर्ण हो गई है और सौदे करने की प्रक्रिया महत्वपूर्ण कारक बन गई है। संकट से लचीलापन आया है और हमें उम्मीद है कि बोर्ड इस पर विचार करेगा।’ सर्वे में 82 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कहा कि राजस्व आंकड़े कोविड-पूर्व के स्तरों पर जून 2021 तक ही वापस आ पाएंगे।