भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क निर्माता और निर्यातक कंपनी राष्ट्रीय खनिज विकास
(एनएमडीसी) निगम छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में एक इस्पात संयंत्र लगाएगी। निगम के पास यहां पहले से ही खनन की सुविधा मौजूद है। नए संयंत्र के लिए एनएमडीसी और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच जल्द ही समझौता होगा।
निगम के इस नए संयंत्र की सालाना उत्पादन क्षमता करीब
40 लाख टन होगी। एनएमडीसी के एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने इस परियोजना के लिए जमीन देख ली है और छत्तीसगढ़ सरकार को प्रस्ताव भी भेज दिया है।
जगदलपुर से 20 किलोमीटर दूर डिलमिलिया इलाके में 4000 एकड़ जमीन पर संयंत्र लगाने की योजना है जो अगले तीन सालों में शुरू होगी और इस पर करीब 15,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस परियोजना के लगने से पांच गांवों पर प्रभाव पड़ेगा और करीब 15,000 लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।