ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स अपनी सहायक इकाई ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज में 75 फीसदी हिस्सेदारी निरमा को बेचेगी। यह सौदा 615 रुपये प्रति शेयर पर होगा और इसके हिसाब से कंपनी का मूल्यांकन 7,535.4 करोड़ रुपये बैठता है। ऐसे में निरमा को कंपनी में 75 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए करीब 5,651 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
खबरों के मुताबिक क्रिसकैपिटल और सेखमेट फार्मावेंचर्स भी ग्लेनमार्क लाइफ को खरीदने की दौड़ में शामिल थीं। लेकिन मूल्यांकन देखकर इन कंपनियों ने सौदे पर आगे नहीं बढ़ने का निर्णय किया। निरमा को शेयरों की बिक्री मौजूदा बाजार पूंजीकरण से कम मूल्यांकन पर की जा रही है। 21 सितंबर को बंद भाव के हिसाब से कंपनी का बाजार पूंजीकरण 7,683 करोड़ रुपये रहा।
सौदे के बाद ग्लेनमार्क लाइफ में ग्लेनमार्क फार्मा की 7.84 फीसदी हिस्सेदारी रह जाएगी। निरमा ग्लेनमार्क लाइफ के लिए खुली पेशकश भी लाएगी। फिलहाल ग्लेनमार्क लाइफ में ग्लेनमार्क फार्मा की 82 फीसदी हिस्सेदारी है।
इस कंपनी को 2021 में सूचीबद्ध कराया गया था और नियमों के मुताबिक अगस्त 2024 तक ग्लेनमार्क फार्मा को इस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 75 फीसदी से कम करनी ही होगी।
ग्लेनमार्क फार्मा के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ग्लेन सल्दाना ने कहा, ‘जनेरिक की तस्वीर बहुत बदल गई है और समय के साथ इसमें मुकाबला काफी कड़ा हो गया है। ग्लेनमार्क ब्रांडेड उत्पादों पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
ग्लेनमार्क लाइफ को जनेरिक दवा विनिर्माता के तौर पर खड़ा किया गया है।’ उन्होंने कहा कि वह त्वचा और सांस की बीमारियों और कैंसर के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं पर ध्यान देना जारी रखेंगे।
सल्दाना ने कहा, ‘हमारी करीब 65 फीसदी आय ब्रांडेड कारोबार से होती है। हमारा लक्ष्य भारत, यूरोप और उभरते बाजारों में ब्रांडेड दवाओं के क्षेत्र में अपनी मौजूदगी को बढ़ाना है।’ इस सौदे से ग्लेनमार्क फार्मा को अपनी बैलेंस शीट दुरुस्त करने में मदद मिलेगी। सौदे के बाद ग्लेनमार्क का नकदी प्रवाह सकारात्मक हो जाएगा।
सल्दाना ने कहा, ‘इस सौदे से मिलने वाले पैसे से कर्ज चुकाया जाएगा। ग्लेनमार्क पर करीब 3,000 करोड़ रुपये का शुद्ध कर्ज है। सकल कर्ज करीब 4,600 करोड़ रुपये है। सौदे के बाद पूरा कर्ज चुका दिया जाएगा।’
वर्तमान में ग्लेनमार्क अपनी जरूरत की 15 फीसदी से भी कम एपीआई ग्लेनमार्क लाइफ से खरीदती है। सल्दाना ने कहा कि सौदे के बाद भी वह पहले तय की गई कीमत पर एपीआई खरीदती रहेगी।
इस साल अप्रैल में निरमा समूह ने आईड्रॉप और कॉन्टैक्ट लेंस विनिर्माता स्टेरिकॉन फार्मा का अधिग्रहण 350 करोड़ रुपये में किया था। ग्लेनमार्क लाइफ के सौदे से निरमा को हेल्थकेयर और फार्मा क्षेत्र में अपनी मौजूदा बढ़ाने की योजना पर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
ग्लेनमार्क नकदी जुटाने के लिए मुख्य संपत्तियों से इतर अपनी संपत्तियां बेच रही है। इससे पहले दिसंबर में उसने 313 करोड़ रुपये में हृदय रोग की दवा का ब्रांड रेजेल बेच दिया गया था। वित्त वर्ष 2023 में ग्लेनमार्क लाइफ की आय 2,161 करोड़ रुपये रही थी और उसे 467 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।