राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष लिमिटेड (एनआईआईएफ) ने अपने एनआईआईएफ मास्टर फंड के लिए धन जुटाने का काम पूरा कर लिया है। इसने 2.34 अरब डॉलर के बराबर रुपये जुटाए हैं, जो इसके 2.1 अरब डॉलर के लक्ष्य से ज्यादा है।
एनआईआईएफ मास्टर फंड प्राथमिक रूप से प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों से जुड़ी परिचालन वाली संपत्तियों, खासकर परिवहन और ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करता है।
कनाडा के सार्वजनिक क्षेत्र के पेंशन इनवेस्टमेंट बोर्ड (पीएसबी-इन्वेस्टमेंट्स), यूएस इंटरनैशनल डेवलपमेंट फाइनैंस कॉर्पोरेशन (डीएफसी) और ऐक्सिस बैंक ने करीब 10.7 करोड़ डॉलर निवेश के लिए एनआईआईएफ मास्टर फंड के साथ समझौता किया है। अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को 3 अरब डॉलर अतिरिक्त को-इन्वेस्ट का अधिकार है।
एनआईआईएफ ने एक बयान में कहा है कि यह निवेश एनआईआईएफ मास्टर फंड में पांचवां और अंतिम निवेश है। डीएफसी और पीएसपी, एनआईआईएफ लिमिटेड के शेयरधारकों के रूप में मास्टर फंड के अन्य निवेशकों के साथ शामिल होंगे। डीएफसी और पीएसपी इन्वेस्टमेंट भारत सरकार (जीओआई), अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए), ऑस्ट्रेलियन सुपर, सीपीपी इन्वेस्टमेंट्स, ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान, टेमासेक, एचडीएफसी ग्रुप, आईसीआईसीआई बैंक व अन्य के साथ शामिल होंगे। मास्टर फंड बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश करेगा, जो रणनीतिक और विकास के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। इस फंड से बंदरगाहों, लॉजिस्टिक्स, अक्षय ऊर्जा, स्मार्ट मीटर और सड़क क्षेत्र को एक प्लेटफॉर्म मिलेगा।
पीएसपी इन्वेस्टमेंट्स के वरिष्ठ प्रबंध निदेशक और इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट के वैश्विक प्रमुख पैट्रिक सैमसन ने कहा कि पीएसपी एनआईआईएफ के साथ परिवहन प्लेटफॉर्मों, रोडीस और एवीअलांयंस में साझेदारी मजबूत करती रहेगी, जिससे देश के आर्थिक विकास को समर्थन मिल सके। डीएफसी के मुख्य कार्याधिकारी एडम बोहलर ने कहा कि डीएफसी के निवेश से इंडो पैसिफिक में प्रमुख साझेदारों की वृद्धि व विकास को समर्थन मिलेगा और डीएफसी को रणनीतिक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में पूरे भारत में निवेश की सुविधा मिल सकेगी। नैशनल इन्वेस्टमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड लिमिटेड (एनआईआईएफएल) अंतरराष्ट्रीय व भारतीय निवेशकों के लिए भारत सरकार का एक साझा निवेश प्लेटफॉर्म है।
