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E-20 मानकों के अनुरूप हैं सड़कों पर दौड़ रही ज्यादातर मर्सिडीज कारें

जर्मन कार निर्माता ने अगस्त 2018 से पहले बेची गई कारों के इंजन और ईंधन दक्षता पर ई20 ईंधन के प्रभाव का परीक्षण नहीं किया है।

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दीपक पटेल   
Last Updated- August 12, 2025 | 11:12 PM IST

मर्सिडीज बेंज के भारत में प्रबंध निदेशक और सीईओ संतोष अय्यर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को दिए साक्षात्कार में कहा है कि अभी भारतीय सड़कों पर दौड़ने वाली अधिकांश कारें ई20 मानकों के अनुरूप हैं क्योंकि लक्जरी कार निर्माता 2018 से देश में ऐसे मॉडल बेच रही है।

ई20 अनुपालन का अर्थ है कि किसी वाहन के इंजन, ईंधन प्रणाली और उत्सर्जन-नियंत्रण घटकों का 20 फीसदी तक एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल पर सुरक्षित रूप से संचालित करने के लिए डिज़ाइन और परीक्षण किया गया है और वह भी बिना किसी क्षति या असामान्य घिसाव के। हालांकि पिछले कुछ हफ्तों में सोशल मीडिया पर इस बात पर जोरदार चर्चा हुई है कि क्या ई20 ईंधन, ईंधन दक्षता और इंजन के प्रदर्शन को प्रभावित करता है।

अय्यर ने कहा, मर्सिडीज बेंज भारत में बीएस-6 मानक वाली कार पेश करने वाली पहली कंपनी थी। अगस्त 2018 में हमने नई एस क्लास पेश की, जो बीएस-6 मानक वाली थी। केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने स्वयं उस कार को हरी झंडी दिखाई थी। उन्होंने कहा कि भारत में बेची जाने वाली सभी बीएस-6 मानक वाली कारें ई20 के अनुरूप भी हैं।

जर्मन कार निर्माता ने अगस्त 2018 से पहले बेची गई कारों के इंजन और ईंधन दक्षता पर ई20 ईंधन के प्रभाव का परीक्षण नहीं किया है। इस बीच, अय्यर ने स्वीकार किया कि 2018 से पहले बेची गई कारों के प्रदर्शन पर ई20 ईंधन के कारण थोड़ा असर पड़ सकता है, जो अब पेट्रोल पंपों पर बेचा जा रहा है।
उन्होंने कहा, हमने पिछले 30 वर्षों में भारत में लगभग 2,00,000 कारें बेची हैं। हालांकि अंतिम 1,00,000 कारें पिछले छह वर्षों में बिकी हैं।

First Published : August 12, 2025 | 11:05 PM IST