एस्सार समूह का द मोबाइल स्टोर अपना कारोबार बढ़ाने के लिए अधिग्रहण की योजना बना रही है। इसके लिए कंपनी करीब 375 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है।
मोबाइल स्टोर के सीईओ राजीव अग्रवाल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि कंपनी धन जुटाने के लिए कई निजी इक्विटी कंपनियों से बात कर रही है। इस रकम से कंपनी जहां अधिग्रहण की योजना को अंजाम देगी, वहीं इससे वह नए स्टोर भी खोलेगी।
हालांकि अभी किसी कंपनी से बात पक्की नहीं हुई है, लेकिन वह भारत में इसकी संभावनाएं जरूर तलाश रही है। हालांकि, राजीव अग्रवाल ने यह बताने से इनकार कर दिया कि इस निवेश के तहत कितने प्रतिशत हिस्सेदारी कम होगी। हां, यह जरूर कहा कि हिस्सेदारी मामूली ही घटेगी।
अग्रवाल के मुताबिक, अगले 3 महीने में निवेश का काम पूरा हो जाएगा। इसके लिए देसी और विदेशी इक्विटी फर्म से बातचीत जारी है। खुदरा मोबाइल के क्षेत्र में अच्छी हालत नहीं होने के बावजूद अग्रवाल ने कहा कि 2010 तक कंपनी ने अपने खुदरा बिक्री केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 1800 करेगी। अगले 2 साल में इसे 2500 पर पहुंचाने की योजना है।
उन्होंने कहा, ”भारत बहुत बड़ा बाजार है। यहां खुदरा मोबाइल बाजार में बहुत संभावनाएं हैं। यहां हर महीने बड़ी संख्या में नए मोबाइल ग्राहक जुड़ रहे हैं। अभी हमारे पास खुदरा मोबाइल बाजार की हिस्सेदारी महज 6 फीसदी है। इसलिए विस्तार की अभी भरपूर संभावना है।”
पिछले महीने बी. के. मोदी के स्पाइस समूह ने दुबई की खुदरा मोबाइल कंपनी सेलुकॉम में शत-प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली थी। इसे खुदरा मोबाइल क्षेत्र के एकीकरण के संकेत के तौर पर देखा जा रहा था। इस समझौते के तहत स्पाइस ने सेलुकॉम की पूरी भारतीय हिस्सेदारी खरीद ली, जबकि सेलुकॉम ने स्पाइस की खुदरा मोबाइल शाखा हॉटस्पॉट की 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली।
स्पाइस कॉर्प अब अपना खुदरा व्यापार बढ़ाने के लिए 100 करोड़ रुपये निवेश करेगी। विश्लेषकों का मानना है कि 7.5 करोड़ डॉलर बहुत बड़ी रकम है। इस कंपनी के लिए कुछ दूसरी कंपनियों के अधिग्रहण का यह अच्छा अवसर है। टेक्नोपैक के सह उपाध्यक्ष पुरनेंदु कुमार ने बताया कि एस्सार के लिए कुछ क्षेत्रीय खुदरा मोबाइल चेन में रणनीतिक खरीदारी एक अच्छा विकल्प है।
इससे स्थानीय स्तर पर कंपनी अपनी मौजूदगी दर्ज करा सकती है। वैसे भी खुदरा मोबाइल के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर कुछ ही खिलाड़ी हैं। कुमार कहते है कि मंदी के बावजूद खुदरा मोबाइल कंपनियां अच्छा व्यवसाय कर रही हैं।
कंपनी इस साल अपने निजी लेबल के साथ मोबाइल लॉन्च करने की योजना भी बना रही है। अभी देश भर में मोबाइल स्टोर के 1400 बिक्री केंद्र हैं। यहां मोबाइल एक्सेसरीज, मोबाइल कनेक्शन और रिचार्ज कूपन की बिक्री होती है।
नई कोशिश
इसके 375 करोड़ रुपये जुटाएगी कंपनी
कई प्राइवेट इक्विटी कंपनियों से हो रही है उसकी बात
अधिग्रहण के साथ-साथ नए स्टोर्स भी खोल रही है मोबाइल स्टोर
