बीएस बातचीत
जोखिम धारणा बदल रही है और अमीर निवेशकों में पीई तथा आईपीओ-पूर्व निवेश की लोकप्रियता बढ़ रही है। आईआईएफएल वेल्थ के वरिष्ठ प्रबंध भागीदार एवं मुख्य निवेश अधिकारी उमंग पपनेजा ने ऐश्ली कुटिन्हो के साथ साक्षात्कार में कहा कि क्रेडिट फंडों ने तीन साल की अवधि के लिए अच्छा निवेश अवसर दिया है, लेकिन आपको निवेश से पहले पोर्टफोलियो के घटकों पर गहराई से विचार करने की जरूरत है। पेश हैं उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश:
बाजार अब सर्वाधिक ऊंचे स्तरों पर कारोबार कर रहे हैं। क्या बाजार में बुनियादी आधार के मुकाबले ज्यादा तेजी आई है?
इस साल केंद्रीय बेंक के अप्रत्याशित राहत उपायों के बाद इक्विटी बाजारों में अच्छी तेजी आई है। नवंबर की तेजी में टीके की घोषणाओं का अहम योगदान रहा, जबकि आर्थिक सुधार से संबंधित क्षेत्रों में मजबूत आई है। वायरस की नई किस्म के तेजी से प्रसार को लकर चिंता बनी हुई है, लेकिन कम ब्याज दरों और केंद्रीय बैंक के कदम बाजार को मजबूत समर्थन प्रदान करेंगे। भले ही कुछ क्षेत्रों में अधिक मूल्यांकन की स्थिति ै, लेकिन ज्यादातर संख्या में शेयर अपने अंकित मूल्य से नीचे बने हुए हैं।
महामारी के बाद आप किन क्षेत्रों पर दांव लगा रहे है?
प्रौद्योगिकी, फार्मा और कई वृद्घि केंद्रित शेयरों ने शुरुआती तेजी में अच्छा प्रदर्शन किया है, क्योंकि निवेशकों ने वृद्घि वाले शेयरों पर ध्यान दिया है। टीके की घोषणा के बाद निवेशकों ने कॉरपोरेट ऋणदाताओं, रियल एस्टेट, और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम जैसे अर्थव्यवस्था-केंद्रित शेयरों पर ध्यान देना शुरू किया है। यह रुझान कुछ समय तक बने रहने की संभावना है।
क्या अमीर निवेशकों में जोखिम को लेकर धारणा बदली है?
जोखिम की धारणा कमजोर हुई है और इस लिहाज से मेरे दिमाग में जो पहली उत्पाद श्रेणी आई है वह बाद में किया गया निजी इक्विटी और आईपीओ-पूर्व निवेश। पिछले कुछ महीनों के दौरान अमीर निवेशकों ने प्रतिष्ठित आरओई (पूंजी पर प्रतिफल) व्यवसायों में खरीदारी की जिनमें स्टॉक एक्सचेंज, क्रेडिट ब्यूरो और गेमिंग भी शामिल हैं। रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट भी महत्वपूर्ण वर्ग के तौर पर उभरा है।
क्या मौजूदा हालात में के्रडिट रिस्क फंडों, दबावग्रस्त परिसंपत्ति फंडों, एटी1 बॉन्डों और निजी इक्विटी के लिए खरीदार मौजूद हैं?
कुछ साल पहले, सरकारी बैंकों के एटी1 बॉन्डों पर प्रतिफल दो अंक में था। इससे सुरक्षा के बड़े मार्जिन को बढ़ावा मिला। आज कई एटी1 बॉन्डों में करीब 7 प्रतिशत की तेजी आई और निवेशकों ने अच्छी बढ़त दर्ज की। मौजूदा समय में रिस्क-रिवार्ड पहले जैसा ज्यादा आकर्षक नहीं है। तीन साल की निवेश अवधि के दौरान क्रेडिट फंडों ने पारंपरिक एएए कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों के मुकाबले बड़ा अंतर दर्ज किया है। फिर भी, आपको निवेश से पहले पोर्टफोलियो के घटकों पर गहराई से विचार करने की जरूरत है। दबावग्रस्त परिसंपत्ति फंडों पर भी हमारा यही नजरिया है।
संपत्ति प्रबंधन उद्योग पर परामर्श और वितरण गतिविधियों को ग्राहक के आधार पर अग रखे जाने से संबंधित सेबी के सितंबर के सर्कुलर का क्या प्रभाव पड़ा है?
यह एक प्रमुख नियम है और इससे कुल खर्च नियंत्रित करने के संदर्भ में पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा। इससे ईटीएफ और पैसिव उत्पाद निर्माताओं, फिनटेक एडवायजरी प्लेटफॉर्मों जैसे वित्तीय क्षेत्र में नए तरह की कंपनियों का उभार सक्षम होगा। ग्राहकों को फायदा होगा। आईआईएफल वेल्थ में हम वितरक और एक सलाहकार, दोनों के तौर पर परिचालन बरकरार रखेंगे।