दिग्गज वाहन कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) ने एसएमएल इसुजू में नियंत्रण हिस्सेदारी के अधिग्रहण का लाभ उठाने की योजना बनाई है। उसकी नजर हल्के वाणिज्यिक वाहनों (एलसीवी) की बस श्रेणी में 21 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने पर है। साथ ही वह इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाली बसें भी जल्द ही लाना चाह रही है।
एमऐंडएम ने शनिवार को ऐलान किया था कि उसने 650 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 555 करोड़ रुपये में एसएमएल इसुजू में 58.96 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए समझौता किया है। इसके बाद एमऐंडएम आम शेयरधारकों से 1,554.6 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 585 करोड़ रुपये तक की अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए अनिवार्य खुली पेशकश लाएगी। यह शेयर के पिछले बंद भाव 1,766.7 रुपये के मुकाबले 12 प्रतिशत की छूट है। बाजार ने इस सौदे को हरी झंडी दी है और एमऐंडएम के शेयर में तेजी देखी गई जबकि एसएमएल इसुजू के शेयर में 10 प्रतिशत का निचला सर्किट लगा।
मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए एमऐंडएम के कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी (वाहन और कृषि क्षेत्र) राजेश जेजुरिकर ने कहा कि एसएमएल इसुजू इलेक्ट्रिक बस विकसित कर रही है और उसकी सीएनजी में भी मौजूदगी है। इस अधिग्रहण की बदौलत एमऐंडएम को उन जगह तक पहुंच मिल जाएगी जहां फिलहाल उसकी मौजूदगी नहीं है।
एलसीवी बस श्रेणी में एसएमएल इसुजू की16 प्रतिशत हिस्सेदारी है और इस संयुक्त इकाई के पास 21 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी होगी, जिससे यह इस इस खंड में तीसरे स्थान पर आ जाएगी। एसएमएल इसुजू ने जनवरी के भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में इलेक्ट्रिक वाहन हिरोई.ईवी का प्रदर्शन किया था और संकेत दिया था कि वह इस साल अप्रैल-जून तिमाही में इसे पेश कर सकती है। कंपनी के हिरोई.ईवी बस प्लेटफॉर्म को शहर के अंदर तथा विभिन्न शहरों के बीच परिवहन के लिए डिजाइन किया गया है।