इलेक्ट्रिक स्कूटरों (ई-स्कूटर) ने अगस्त में पंजीकरण में शानदार तेजी दर्ज की। जुलाई के मुकाबले अगस्त में इन वाहनों के पंजीकरण में 10 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा दर्ज किया गया। वित्त वर्ष 2023 में मई के बाद से मासिक आधार पर मामूली गिरावट के बाद पंजीकरण में यह सुधार दर्ज किया गया है। वाहन वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़े के अनुसार, ई-स्कूटरों की संख्या जुलाई के 33,099 से बढ़कर 31 अगस्त तक 36,463 हो गई। इन आंकड़ों में बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर कंपनी जैसी दोपहिया को शामिल नहीं किया गया है।
पंजीकरण वृद्धि को बेंगलूरु की एथर एनर्जी से मदद मिली, जिसने जुलाई के आखिर में अपने नए मॉडलों की पेशकश के बाद अगस्त में पंजीकरण में चार गुना वृद्धि दर्ज की।
हीरो इलेक्ट्रिक करीब चार महीने बाद अगस्त में एक बार फिर से 10,000 का आंकड़ा छूने में कामयाब रही। उसने अप्रैल में 13,000 का आंकड़ा पार किया था, लेकिन चिप स्टोरेज किल्लत की वजह से कंपनी को समस्याओं का सामना करना पड़ा और उसकी बिक्री पर इसका असर पड़ा।
एथर स्पष्ट तौर पर मजबूत स्थिति में रही है, क्योंकि उसका पंजीकरण अगस्त में 5,104 की ऊंचाई पर पहुंच गया, जो जुलाई में 1,289 पर था। यह उसकी शुरुआत के बाद से कंपनी के लिए सर्वाधिक मासिक पंजीकरण है। कंपनी ने 1.39 लाख रुपये की शुरुआती कीमत पर जेन 3 450एक्स, और 1.17 लाख रुपये में एथर 450 प्लस जेन 3 स्कूटर की पेशकश की।
एथर एनर्जी के मुख्य व्यावसायिक अधिकारी रवनीत एस फोकेला का कहना है, ‘हमने अगस्त में 6,410 स्कूटरों की सर्वाधिक मासिक बिक्री दर्ज की। मांग हमेशा मजबूत बनी रही, लेकिन आपूर्ति संबंधित दिक्कत का सामना करना पड़ा। अब प्रयास तेज किए गए हैं और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार लाया गया है, जिससे उत्पादन के संदर्भ में हमें मदद मिलने की संभावना है।’ उनका मानना है कि उत्पादन में आ रही तेजी से वाहन डिलिवरी की प्रतीक्षा अवधि घटेगी। इससे त्योहारी सीजन की तैयारी को दुरुस्त बनाने में भी मदद मिलेगी।
अगस्त में पंजीकरण की संख्या ऐसे समय में बढ़ी जब कुल दोपहिया पंजीकरण में ठहराव बना रहा और इसमें करीब एक प्रतिशत तक की कमजोरी दर्ज की गई।
‘वाहन’ वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़े के अनुसार हालांकि दोनों के समावेश से ई-स्कूटर सेगमेंट को अगस्त में कुल दोपहिया (इंटरनल कम्बश्चन इंजन, या आईसीई, और इलेक्ट्रिक) की अपनी भागीदारी करीब 3.5 प्रतिशत करने में मदद मिली।
हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि यदि बजाज ऑटो और टीवीएस की ई-स्कूटर बिक्री (जो करीब 5,000 वाहन प्रति महीने है) को शामिल किया जाए तो ई-स्कूअरों की भागीदारी 4 प्रतिशत हो जाएगी।
ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (पूर्व में एम्पियर व्हीकल्स) के कार्यकारी वाइस-चेयरमैन नागेश बसावनहल्ली ने अनुमान जताया है कि ई-स्कूटर उद्योग आईसीई से वित्त वर्ष 2023 के अंत तक इलेक्ट्रिक खंड में तब्दील हो जाएगा और तब कुल दोपहिया बिक्री (2021-22 के आधार पर) में इसका योगदान 4-5 प्रतिशत होगा, या यह कहा जा सकता है कि तब करीब 700,000 ई-स्कूटरों की बिक्री होगी।