देश की सबसे कीमती कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में तीसरी पीढ़ी को विरासत सौंपने की प्रक्रिया शुरू होती दिख रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम के निदेशक पद से इस्तीफा देकर अपने बड़े बेटे आकाश अंबानी को इसकी कमान सौंप दी है। रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचना भेजकर शीर्ष स्तर पर हुए इस बदलाव की जानकारी दी। सूचना के मुताबिक कंपनी के निदेशक मंडल की 27 जून की बैठक में गैर-कार्यकारी निदेशक आकाश को कंपनी बोर्ड का चेयरमैन बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
बहरहाल मुकेश अंबानी जियो प्लेटफॉर्म्स के चेयरमैन बने रहेंगे, जो जियो के डिजिटल कारोबार की प्रमुख कंपनी है। फेसबुक, गूगल, निजी इक्विटी फर्मों और सॉवरिन वेल्थ फंडों ने 2020 में इस कंपनी में 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था। इस कंपनी में बहुलांश हिस्सेदारी रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास है।
आरआईएल मुखिया मुकेश की तीन संतान हैं, जिनमें आकाश एवं ईशा जुड़वां भाई-बहन हैं तथा अनंत अंबानी छोटे बेटे हैं। माना जा रहा है कि अंबानी अपना खुदरा कारोबार बेटी ईशा को सौंप सकते हैं। ईशा की शादी पीरामल समूह के आनंद पीरामल से हुई है। आकाश और ईशा रिलायंस की खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड के निदेशक मंडल में पहले से ही शामिल हैं। छोटे बेटे अनंत को भी हाल ही में रिलायंस रिटेल में निदेशक बनाया गया है।
बोर्ड बैठक के अन्य फैसलों में पंकज मोहन पवार को 27 जून से पांच साल के लिए रिलायंस जियो इन्फोकॉम का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है। केंद्रीय वित्त सचिव रह चुको रमिंदर सिंह गुजराल और पूर्व केंद्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी को कंपनी में बतौर स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया गया है।
रिलायंस जियो की कमान आकाश को सौंपने के साथ ही मुकेश अंबानी ने अपना विशाल कारोबार नई पीढ़ी को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 109 अरब डॉलर की हैसियत वाले अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक बने रहेंगे। मुकेश अंबानी ने पिछले साल 28 दिसंबर को पहली बार कंपनी में उत्तराधिकार योजना का जिक्र किया था। खुद मुकेश को वर्ष 2002 में उनके पिता एवं कंपनी के संस्थापक धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद अपने छोटे भाई अनिल अंबानी के साथ कड़वे उत्तराधिकार विवाद का सामना करना पड़ा था क्योंकि उने पिता ने कोई वसीयत तैयार नहीं की थी।