यूबी ग्रुप की विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए परिचालन और वित्तीय तंत्र के पुनर्गठन की तैयारी कर रही है।
इसके तहत प्रतिभूतियों के जरिए 6400 करोड़ रुपये के कर्ज के लिए यूनाइटेड ब्रेवरीज होल्डिंग्स लिमिटेड (यूबीएचएल) से कॉरपोरेट गारंटी देने की योजना भी शामिल है। इसके साथ ही कंपनी अपने बेड़े में से अतिरिक्त विमानों को वापस कर देगी, ताकि कंपनी की पूंजीगत खर्चों को कम किया जा सके।
कंपनी अपने 25 फीसदी हिस्सेदारी रणनीतिक निवेशकों को बेचकर करीब 2000 करोड़ रुपये जुटाने का अनुमान लगा रही है। हालांकि इसके लिए विमानन क्षेत्र में विदेशी निवेशकों की नीति में सरकार की ओर से बदलाव का इंतजार करना होगा।
इस कवायद से यह पता चलता है कि विमानन कंपनी का मूल्य 8,000 करोड़ रुपये के आस-पास है, जो मौजूदा बाजार पूंजी (865.53 करोड़ रुपये) के हिसाब से दस गुना अधिक है।
जानकारों का कहना है कि प्रतिभूतियों के जरिए लिए गए कर्ज का करीब 42 फीसदी किंगफिशर एयरलाइंस में लगाया जा सकता है।
कंपनी का कहना है कि 2012 तक कोई भी बड़े विमान को किंगफिशर अपने बेड़े ने शामिल नहीं करेगी। पिछले साल दिसंबर में परिचालन में 21 फीसदी की कटौती की गई है, जिससे कयास लगाया जा रहा है कि कंपनी अपने 9 विमानों को या तो वापस कर चुकी है या उसकी तैयारी में जुटी है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में करीब 626 करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ा है।
पायलट गिरे जमीन पर
किंगफिशर एयरलाइंस ने गुपचुप कदम उठाते हुए अपने पायलटों के वेतनमान में 80,000 रुपये तक की कटौती कर दी है।
कंपनी के एक पायलट ने बताया कि पहले हमें 4.30 लाख रुपये प्रति माह का वेतन दिया जा रहा था। अब इसमें कटौती कर इसे 3.50 लाख रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहल डेक्कन के साथ एकीकरण के नाम पर किया गया है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने भी वेतनमान में कटौती की पुष्टि कर दी है।
किंगफिशर परिचालन और वित्तीय तंत्र का करेगी पुनर्गठन
6400 करोड़ रुपये के कर्ज के लिए यूबीएचएल देगी गारंटी
नए विमानों को अपने बेड़े में शामिल नहीं करेगी कंपनी
25 फीसदी हिस्सेदारी रणनीति निवेशकों को बेचने की योजना