टायर बनाने वाली अग्रणी कंपनी जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज ने मंदी के बावजूद 500 करोड़ रुपये की विस्तार योजना जारी रखने की घोषणा की है।
बहरहाल, कंपनी ने अपने अन्य निवेश कार्यक्रमों को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जेके टायर इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रघुपति सिंघानिया ने कहा कि कंपनी आने वाले दिनों में ऑफ द रोड (ओटीआर) टायर्स की मांग में बढ़ोतरी को देख रहे हैं।
ट्रक और बस रेडियल टायर ओटीआर और विशिष्ट टायरों के निर्माण क्षमता बढ़ाने की योजना पर अमल करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ हमारी विस्तार योजनाएं जनवरी में शुरू हो गई हैं और कुछ अगले साल शुरू होगी।
विस्तार योजना के बाद कंपनी की कुल क्षमता बढ़कर 90 लाख टायर हो जाएगी। मंदी का ऑटोमोबाइल उद्योग पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर सिंघानिया ने कहा कि कंपनी ने 500 करोड़ रुपये की विस्तार योजना को छोड़कर अपनी अन्य निवेश योजनाओं को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
उन्होंने कहा कि ट्रक मालिकों के यूनियन की मांग के बावजूद उद्योग का टायर की कीमतों में कमी करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। सिंघानिया ने कहा कि पिछले दो तिमाही से कंपनियों को नुकसान हो रहा है। ऐसे में कीमतों को कम करने का सवाल ही नहीं है।
