वैश्विक मंदी और सत्यम में हुए घोटाले के बाद भारतीय आईटी इंडस्ट्री द्वारा 2010 के लिए होने वाली नियुक्तियों को लक्ष्य डोलता नजर आ रहा है।
भारतीय सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री की प्रमुख संस्था नैसकॉम ने इस इंडस्ट्री के विकास और काम करने वाले लोगो की संख्या का पता लगाने के लिए फिर से कमर कस ली है।
नैसकॉम की उपाध्यक्ष संगीता गुप्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि नैसकॉम भारतीय आईटी इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों की संख्या को पता लगाने के लिए काम कर रहा है।
यह संख्या तयशुदा लक्ष्य 25 से 30 फीसदी से कम ही होगी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आईटी क्षेत्र में नई नौकरियां नहीं हैं। वित्त वर्ष 2009 की दूसरी मध्यावधि आईटी कंपनियों के लिए काफी कठिन रही है।
सभी कंपनियो का प्रयास लागत को कम करने का ही रहा है। मंदी के चलते इंडस्ट्री में नई नौकरियों की संख्या में गिरावट आई है। नैसकॉम की रणनीतिक समीक्षा 2008 के तहत आईटी-बीपीओ सेक्टर में 25 से 30 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।