Categories: आईटी

हर किसी को इंटरनेट सुरक्षित बनाने की तैयारी में गूगल

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 1:36 AM IST

गूगल ने कहा है कि कोविड-19 के बाद देश में डिजिटल के बढ़ते इस्तेमाल को ध्यान में रखकर उसने भारत में ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर अपनी कोशिश तेज की है। कंपनी ने अपनी ‘ट्रस्ट ऐंड सेफ्टी’ टीमों के प्रयासों की मदद से कई कार्यक्रम और पहलों की पेशकश की है।
बुधवार को वर्चुअल गूगल फॉर इंडिया कार्यक्रम में घोषित इन निवेश योजनाओं में भारत में उसकी ट्रस्ट ऐंड सेफ्टी टीमों में संसाधन बढ़ाना, 8 भारतीय भाषाओं में गूगल सेफ्टी सेंटर पेश करना और बच्चों तथा परिवारों के लिए ऑनलाइन सुरक्षा पर केंद्रित उपयोगकर्ता शिक्षा कार्यक्रम शामिल हैं। 
ट्रस्ट ऐंड सेफ्टी 

गूगल ने भारत में ट्रस्ट ऐंड सेफ्टी टीमों के लिए अपने संसाधनों में इजाफा किया है। इन टीमों में उत्पाद नीति विश्लेषक, सुरक्षा विशेषज्ञ, और यूजर ट्रस्ट विशेषज्ञ शामिल हैं जो 10 से ज्यादा भारतीय भाषाओं में हमारी मुख्य टीमों को सहायता मुहैया कराते हैं। इससे गूगल इंडिया को गलत सूचना, धोखाधड़ी, बाल सुरक्षा के लिए खतरे, हिंसक उग्रवाद, फिशिंग अटैक और मेलवेयर आदि के खिलाफ अपने अभियान को बरकरार रखने में मदद मिलेगी।
गूगल में ट्रस्ट ऐंड सेफ्टी की उपाध्यक्ष क्रिस्टी केनगल्लो ने कहा, ‘हम जानते हैं कि कस्टमर सपोर्ट धोखाधड़ी भारत में गंभीर समस्या है। इसमें धोखेबाज वित्तीय लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं को शिकार बनाने के लिए सोशल इंजीनियरिंग तकनीक का इस्तेमाल करते हैं और इससे भुक्तभोगियों को भारी नुकसान होता है। इसलिए अपने उपयोगर्ताओं को सुरक्षित बनाने के लिए हमने समग्र दृष्टिïकोण अपनाया है।’
ऑनलाइन सुरक्षा के संदेश पर जोर

भारत में बच्चों के लिए वैश्विक ‘बी इंटरनेट ऑसम’ कार्यक्रम की पेशकश के अलावा, गूगल भारतीय कॉमिक बुक प्रकाशक अमर चित्र कथा के साथ भी भागीदारी की है। इस भागीदारी के जरिये आठ भारतीय भाषाओं में लोकप्रिय कॉमिक पुस्तक के पात्रों के जरिये इंटरनेट सुरक्षा संबंधित अध्यायों को पेश किया जाएगा।
इन पहलों को गूगल द्वारा घोषित नई वैश्विक नीतियों का समर्थन हासिल है। इनमें यूट्यूब, सर्च, लोकेशन हिस्ट्री, प्ले और गूगल वर्कस्पेस फॉर एजूकेशन के तहत 18 साल से कम उम्र के युवाओं के लिए नए बदलाव शामिल हैं। कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से इंटरनेट और उसके एप्लीकेशनों की मजबूत सुरक्षा, विश्वसनीयता और निजता की जरूरत बढ़ी है।

First Published : August 26, 2021 | 12:09 AM IST