भारत में आईफोन13 को लॉन्च करने के सात महीने बाद ऐपल चेन्नई के समीप श्रीपरुंबुदुर में फॉक्सकॉन के संयंत्र में इसका उत्पादन शुरू होने की उम्मीद कर रही है। करीबी सूत्रों यह जानकारी देते हुए बताया कि फॉक्सकॉन संयंत्र में आईफोन का उत्पादन अप्रैल से शुरू हो सकता है। उन्होंने बताया कि इस संयंत्र में घरेलू बाजार के साथ-साथ निर्यात बाजार के लिए भी उत्पादन होगा।
चेन्नई संयंत्र में आईफोन 13 का उत्पादन जनवरी से शुरू करने की योजना थी लेकिन दिसंबर में विषाक्त खाने को लेकर महिला श्रमिकों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए ऐपल ने उत्पादन योजना को स्थगित कर दिया था। ऐपल के प्रवक्ता ने इस बाबत जानकारी के लिए भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया।
कारखाने को ऐपल द्वारा उपचारात्मक कार्रवाई पूरी होने तक निगरानी में रखा गया था। उसे मध्य जनवरी में दोबारा खोला गया लेकिन फरवरी तक उत्पादन सुचारु नहीं किया जा सका। फॉक्सकॉन को उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के तहत अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए 2022-23 के लिए आधार वर्ष के बाद न्यूनतम 8,000 करोड़ रुपये का उत्पादन मूल्य हासिल करना आवश्यक है। वर्ष 2021-22 में उसका लक्ष्य इसका आधा यानी 4,000 करोड़ रुपये है।
फॉक्सकॉन आईफोन11 (विश्लेषकों के अनुसार भारत में सर्वाधिक बिने वाला मॉडल) और आईफोन12 का उत्पादन करती है। उसने पीएलआई योजना के तहत प्रतिबद्धता जताई है कि उसके कारखाने में विनिर्मित 60 फीसदी फोन का निर्यात किया जाएगा। ऐपल आईफोन की बिक्री पर नजर रखने वाली फर्म टेकआर्क के अनुसार, आईफोन की कुल बिक्री में आईफोन13 का योगदान 20 फीसदी के दायरे में है। इसके विपरीत आईफोन11 का प्रदर्शन काफी दमदार रहा है और कुल मात्रात्मक बिक्री में उसका योगदान 60 से 65 फीसदी है।
टेकआर्क के संस्थापक फैजल कवूसा ने कहा, ‘आईफोन 13 के लिए आंकड़े काफी अच्छे हैं, खासकर इस तथ्य पर गौर करते हुए कि इसमें कोई खास भिन्नता नहीं है। हालांकि हाल में लॉन्च किया गया आईफोन एसई को ग्राहकों से सीमित प्रतिक्रिया मिली है।’ उन्होंने कहा कि भारत में यह रुझान हमेशा दिखा है कि सबसे अधिक बिकने वाला फोन दो संस्करण पीछे है जैसे आईफोन 13 से पहले आईफोन11। ऐपल ने अपने नए मॉडल आईफोन एसई के लिए पूर्व बुकिंग की शुरुआत अभी-अभी की है। इसकी कीमत 43,000 रुपये रखी गई है लेकिन विस्ट्रॉन (ऐपल के लिए एक अन्य अनुबंध आधारित विनिर्माता) द्वारा विनिर्मित यह मॉडल काफी हद तक निर्यात के लिए है और भारत में उसकी सीमित बिक्री ही होगी।
ऐपल ने 1 अक्टूबर 2020 से 25 सितंबर 2021 के बीच भारतीय बाजार से 3.3 अरब डॉलर का राजस्व जुटाया है जो लगभग दोगुना है। हालांकि कंपनी के कुल वैश्विक राजस्व में इसका योगदान अब भी 1 फीसदी से कम है। इस कमजोर आंकड़े के बावजूद भारत कंपनी के लिए एक महत्त्वपूर्ण बाजार बरकरार है। यह उसके लिए न केवल चीन के विनिर्माण केंद्र का विकल्प है बल्कि एक उमदा घरेलू बाजार भी है। यही कारण है कि कंपनी ने आईफोन 13 को भारत में भी उसी दिन लॉन्च किया जब उसे अमेरिका, चीन, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया में उतारा गया था।