देशव्यापी लॉकडाउन की मार सहने के बाद स्मार्टफोन विनिर्माताओं को आगामी त्योहारी सीजन में दमदार बिक्री होने की उम्मीद है। इससे स्मार्टफोन की बिक्री का आंकड़ा कोविड पूर्व स्तर तक पहुंच सकता है। लेकिन ऑफलाइन बाजार में स्मार्टफोन की कमजोर बिक्री और चीन की कंपनियों द्वारा विपणन खर्च में कमी किए जाने से 2020 की दूसरी छमाही में सुधार का सपना शायद ही पूरा हो पाएगा।
दूसरी छमाही में छह सप्ताह बीत जाने के बावजूद ऑफलाइन चैनल के जरिये स्मार्टफोन की बिक्री पूरी तरह सुचारु नहीं हो पाई है जबकि पारंपरिक तौर पर कुल बिक्री में इसका योगदान 60 फीसदी होता था। यह सुधार की राह में सबसे बड़ी बाधा है। मई के अंत में जब देशव्यापी लॉकडाउन में ढ़ील दी गई थी तो ऑफलाइन स्टोर अपनी वापसी करने में विफल रहे थे।
आईडीसी के अनुसार, कई ऑफलाइन चैनल पार्टनर ने व्हाट्सऐप आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये ग्राहकों तक पहुंचने का नया तरीका निकाला। इसके जरिये वे ग्राहकों के दरवाजे तक डिलिवरी करने और संपर्क रहित भुगतान करने की भी पेशकश की। आईडीसी इंडिया की सहायक अनुसंधान प्रबंधक उपासना जोशी ने कहा, ‘हालांकि इस प्रकार की पहल महानगरों के अलावा शहरों और कस्बों के बड़े एवं मझोले आउटलेट तक सीमित रही।’
इन सब व्यवधान के कारण ऑफलाइन चैनल के जरिये स्मार्टफोन की बिक्री में अप्रैल से जून की अवधि में सालाना आधार पर 57 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। जबकि ऑफलाइन चैनल को किसी भी प्रमुख ब्रांड के लिए रीढ़ मानी जाती रही है। हालांकि ई-कॉमर्स के जरिये स्मार्टफोन की बिक्री में भी इस दौरान 40 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई लेकिन ऑफलाइन बिक्री के मुकाबले इसकी रफ्तार थोड़ी कम रही।
वास्तव में ऑफलाइन चैनल के जरिये स्मार्टफोन की बिक्री की रफ्तार कोविड वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुए व्यवधान से काफी पहले ही सुस्त पडऩे लगी है। जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान ऑफलाइन स्टोरों के जरिये हुई कमजोर बिक्री के कारण स्मार्टफोन विनिर्माताओं की वृद्धि प्रभावित हुई थी। तिमाही के दौरान ऑफलाइन स्टोरों के जरिये स्मार्टफोन की बिक्री महज 1.5 फीसदी बढ़कर 3.25 करोड़ रही जबकि जनवरी से मार्च 2019 की अवधि में 7.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।
शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि वर्ष 2020 की पहली छमाही की तरह स्मार्टफोन की बिक्री को मुख्य तौर पर ऑनलाइन सेल से रफ्तार मिलेगी। जनवरी से जून की अवधि में ऑनलाइन चैनल की हिस्सेदारी बढ़कर जून तिमाही के अंत में 45 फीसदी हो गई।
हालांकि उद्योग के जानकारों का जानकारों का कहना है कि आगामी त्योहारी सीजन के दौरान शिपमेंट के आंकड़े शायद ही पिछले साल के जैसे होंगे। जुलाई से सितंबर 2019 तिमाही के दौरान सभी प्रमुख हैंडसेट विनिर्माता दो प्रमुख त्योहारों- दुर्गा पूजा और दीवाली- के दौरान बिक्री के लिए स्मार्टफोन की इन्वेंटरी तैयार कर रहे थे। इसलिए उस दौरान स्मार्टफोन के शिपमेंट में अप्रत्याशित वृद्धि हुई और वह 4.66 करोड़ स्मार्टफोन तक पहुंच गया। जबकि ऑफलाइन चैनल का योगदान बढ़कर 55 फीसदी हो गया। लेकिन इस बार स्थानीय लॉकडाउन के कारण ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं और इसलिए ऑफलाइन चैनल के जरिये बिक्री में उल्लेखनीय कमी आने के आसार हैं।
आईडीसी ने कहा है कि अब तक अटकी हुई मांग के कारण एमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिये बिक्री को रफ्तार मिल रही थी। श्याओमी इंडिया के मुख्य कारोबार अधिकारी रघु रेड्डी ने भी इससे सहमति जताई। उनके अनुसार, लॉकडाउन के हटने के बाद जून में अटकी हुई मांग के कारण बिक्री आंकड़ों को बल मिला। हालांकि ऑफलाइन बाजार में श्याओमी एमआई कॉमर्स के जरिये अपने ग्राहकों को लगातार प्रोत्साहित करेगी। एमआई कॉमर्स उसके ऑफलाइन पार्टनर की मदद के लिए एक योजना है जो ग्राहकों को स्टोर को तलाशने और ऑनलाइन ऑर्डर देने की सुविधा प्रदान करती है।