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मार्केटिंग में भी बड़े माहिर हैं आमिर

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 10, 2022 | 8:42 PM IST

‘गजनी’ के रिलीज होने में अभी कुछ वक्त था। लेकिन फिल्म के अभिनेता आमिर खान ने फिल्म की मार्केटिंग के लिए अपनी कमर कस ली।
‘गजनी’ ने बॉक्स ऑफिस के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए और वर्ष 2008 की सबसे बड़ी हिट फिल्म बन गई। खान ने एक और फिल्म ‘जाने तू या जाने ना’ की भी मार्केटिंग की और उसे भी 2008 की सफल फिल्मों में शुमार होने का गौरव हासिल हुआ।
हैरत की बात तो यह है कि आमिर अपने सभी काम खुद करते हैं और उनका प्रचार कोई सेलिब्रिटी मैनेजमेंट कंपनी नहीं संभालती। उनकी ज्यादातर फिल्मों के लिए मार्केटिंग का काम करने वाली कंपनी स्पाइस पीआर के प्रवक्ता का कहना है, ‘वह अपने खुद के प्रबंधक हैं।’
अगर टैमऐडएक्स, 2008 के आंकड़ों पर नजर घुमाई जाए तो विज्ञापनों के बाजार में आमिर बॉलीवुड के बादशाह यानी शाहरुख खान की पहले नंबर की जगह को तो नहीं हिला पाए हैं, लेकिन उद्योग जगत से जुड़े एक सूत्र का कहना है कि बावजूद इसके वह सबसे अधिक फीस लेते हैं।
इस सूत्र के मुताबिक, ‘जहां दूसरे 10 करोड़ से 12 करोड़ रुपये तीन से पांच साल की अवधि के लिए लेते हैं, वहीं आमिर खान एक साल के लिए प्रति विज्ञापन 12 करोड़ रुपये लेते हैं।’ आमिर खान के प्रवक्ता के मुताबिक, ‘विज्ञापन की दुनिया में आमिर खान कोला से लेकर घड़ी तक और मोबाइल फोन से लेकर समाज से जुड़े हुए मुद्दों तक सभी में छाए हुए हैं। वह सिर्फ एक शर्त पर काम करते हैं, जिस ब्रांड के लिए वह विज्ञापन में काम कर रहे हैं, उसमें उनका विश्वास होना जरूरी है।’
उनके साथ काम करने वाले कुछ करीबी लोग जब बताते हैं कि खान अपने ब्रांड को लेकर काफी गंभीर हैं तो बहुत हैरत होती है। उनके मुताबिक अगर कोई उनसे मिलने पहुंचे तो सेट पर उन्हें डायट कोक (इसके लिए आमिर खान ने 2003 में 6 करोड़ रुपये लिए थे और हाल में उसके नवीकरण के लिए 10 करोड़ रुपये लिए हैं।) पीते हुए और पारले जी बिस्कुट खाते हुए देखा जा सकता है।
वह सिर्फ टाइटन की घड़ी पहनते हैं और इनोवा चलाते हैं। यहां तक कि उनके घर पर टाटा स्काई डीटीएच सेवा का इस्तेमाल होता है और वह सिर्फ सैमसंग का मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा उन्होंने दो सम्मानजनक विज्ञापन भी किए हैं, जिसमें हाल में टेलीविजन पर दिखाई देने वाला ‘अतुल्य भारत’ और ‘लीड इंडिया’ अभियान शामिल हैं।
हालांकि वह अधिक जानकारी देने के लिए राजी नहीं थे, लेकिन उनके कुछ दोस्त बताते हैं कि आमिर देश के किसी भी कोने में ग्रामीण इलाकों में बच्चों को पढ़ाने के लिए पहुंच जाते हैं। हरीश बिजूर कंसल्ट्स के ब्रांड विशेषज्ञ और मुख्य कार्याधिकारी हरीश बिजूर जो खुद आमिर खान से मुलाकात कर चुके हैं, का कहना है, ‘वह अपने सभी विज्ञापनों में जिम्मेदारी के गुण को और बढ़ा देते हैं।’
उनका कहना है कि विज्ञापन की दुनिया में आमिर की सबसे बड़ी खूबी है कि गहरे अनुभव और कौशल के साथ उद्योग जगत में वह एक नया चेहरा लगते हैं। बिजूर कहते हैं, ‘जहां ज्यादातर विज्ञापनों में आपको एक त्वरित संपर्क की कमी नजर आएगी, वहीं आमिर के हर ब्रांड में एक अपनापन है। जिस भी ब्रांड से आमिर जुड़ते हैं, उसमें आपको उनकी मौजूदगी का अहसास होगा।’
आमिर खुद से विज्ञापनों के रचनात्मक पहलुओं पर काम करते हैं और यही कारण है कि आपको उनकी हर फिल्म में जिसमें वे काम करते हैं और उसका समर्थन करते हैं में उनका मार्केटिंग कौशल देखने को मिलेगा। मिसाल के तौर पर ‘गजनी’ की रिलीज में एक खास सैमसंग हैंडसेट देखने को मिला, जिसका प्रमोशन फिल्म में किया गया है।
एक प्रमुख मल्टीप्लेक्स के मालिक ने बताया कि फिल्म रिलीज होने से पहले कुछ मल्टीप्लेक्स मालिक आमिर खान से उनके पंचगनी वाले घर पर मार्केटिंग अभियान के लिए मिले थे।

First Published : March 20, 2009 | 2:37 PM IST