प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनियों के पहली तिमाही के वित्तीय नतीजों से साफ संकेत मिलता है कि उद्योग के बुरे दिन जल्द खत्म हो सकते हैं और वृद्धि सुधार की राह पर पहले से ही अग्रसर है लेकिन उसकी रफ्तार फिलहाल सुस्त है।
विशेषज्ञों ने कहा कि क्रमिक आधार पर राजस्व में गिरावट के बावजूद टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (टीसीएस), इन्फोसिस और विप्रो ने अप्रैल से जून तिमाही के दौरान कई बड़े सौदे हासिल किए। इससे पता चलता है कि टियर-1 आईटी कंपनियों को वेंडर सुदृढीकरण से फायदा हुआ है।
साथ ही तीन प्रमुख आईटी कंपनियों के प्रबंधन की टिप्पणियों से भी पता चलता है कि मौजूदा मंदी की प्रकृति क्षेत्र विशेष पर केंद्रित है। बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई) और हाई-टेक जैसे प्रमुख कारोबारी इकाइयों के चालू तिमाही के दौरान ही दमदार वापसी की उम्मीद की जा रही है। इससे उम्मीद की जा रही है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही अप्रैल से सितंबर की अवधि के मुकाबले बेहतर हो सकती है।
पारीख कंसल्टिंग के संस्थापक एवं आईटी आउटसोर्सिंग सलाहकार पारीख जैन ने कहा, ‘हम कह सकते हैं कि आईटी कंपनियों के बुरे दिन अब लद चुके हैं। वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में सुधार दिख सकता है। जाहिर तौर पर बड़ी आईटी कंपनियों को वेंडर सुदृढीकरण से फायदा मिल रहा है। बड़े सौदे हासिल होने से पता चलता है कि कंपनियां डिजिटल बदलाव में तेजी ला रही हैं।’
वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही के दौरान टीसीएस के राजस्व में स्थिर मुद्रा आधार पर पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 6.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जबकि विप्रो के राजस्व में इस दौरान 4.4 फीसदी की गिरावट आई। जबकि इन्फोसिस के राजस्व में पहली तिमाही के दौरान पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 1.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। तीनों आईटी कंपनियों ने राजस्व वृद्धि की सुस्त रफ्तार के बावजूद उल्लेखनीय संख्या में बड़े सौदे हासिल किए। हालांकि विप्रो ने यह खुलासा नहीं किया है कि पहली तिमाही के दौरान कितने मूल्य के बड़े सौदे हासिल हुए लेकिन कंपनी ने कहा है कि सौदों की पाइपलाइन दमदार है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एक नोट में लिखा है, ‘वैश्विक डिजिटल प्रौद्योगिकी कंपनियों को दमदार वृद्धि (अगले पांच वर्षों के दौरान 20 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि दर) की उम्मीद है जिसे मुख्य तौर पर डिजिटल और घर से काम करने के परिदृश्य से बल मिलेगा। टीसीएस को इस प्रवृत्ति का सबसे अधिक फायदा होने की उम्मीद है।’ इन्फोसिस के मामले में भी यह प्रवृत्ति बिल्कुल स्पष्ट है। कंपनी ने पहली तिमाही के दौरान अपने डिजिटल राजस्व में 25.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है जिसका उसके कुल राजस्व में 44.5 फीसदी का योगदान है।
बड़े सौदे हासिल होने और डिजिटल राजस्व में वृद्धि के अलावा इन तीनों प्रमुख आईटी सेवा कंपनियों ने कहा है किप्रमुख इकाइयों- बीएफएसआई, स्वास्थ्य सेवा और हाई-टेक में जल्द सुधार होने के संकेत दिख रहे थे।
इन्फोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी यू बी प्रवीण राव ने कहा, बीएफएसआई में शुरुआती नरमी के बाद तिमाही के आखिर में तेजी दर्ज की गई। हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका और यूरोपीय देशों में रही रफ्तार बरकरार रहेगी।
