ब्रोकरेज फर्म एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे की सरकारी कंपनी RailTel Corporation आने वाले समय में देश के डिजिटल और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में अहम भूमिका निभाने वाली है। ब्रोकरेज ने हाल ही में मुंबई में RailTel के मैनेजमेंट के साथ एक नॉन-डील रोडशो आयोजित किया, जिसमें कई निवेशकों ने हिस्सा लिया। इस मीटिंग में RailTel ने अपनी विकास रणनीति, नए प्रोजेक्ट्स और भविष्य के अवसरों पर विस्तार से बात की।
ब्रोकरेज के मुताबिक, RailTel ने पिछले तीन सालों में 31% की शानदार कंसोलिडेटेड राजस्व वृद्धि (Revenue CAGR) दर्ज की है, जबकि पांच सालों में यह दर 25% रही है। कंपनी को वित्त वर्ष 2026 (FY26) में भी 25-30% सालाना ग्रोथ की उम्मीद है। यह रफ्तार मुख्य रूप से कंपनी के प्रोजेक्ट बिजनेस से आ रही है, जो FY25 में इसके कुल रेवेन्यू का 60% हिस्सा बना।
एंटीक की रिपोर्ट के अनुसार, RailTel का EPC (Engineering, Procurement & Construction) सेगमेंट पिछले तीन वर्षों में लगभग 60% की सालाना दर से बढ़ा है। यह सेगमेंट अब कंपनी के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा बन चुका है। FY25 में RailTel की कुल आय ₹34,700 करोड़ रही, जिसमें EPC की हिस्सेदारी 60% रही।
जून 2025 तक RailTel की ऑर्डर बुक ₹70,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है, जो इसके पिछली 12 महीनों के प्रोजेक्ट रेवेन्यू का लगभग तीन गुना है। ब्रोकरेज का मानना है कि यह ऑर्डर बुक कंपनी को अगले कुछ वर्षों के लिए स्थायी और मज़बूत रेवेन्यू ग्रोथ का भरोसा देती है।
हालांकि, ब्रोकरेज रिपोर्ट यह भी बताती है कि EPC सेगमेंट का मार्जिन तुलनात्मक रूप से कम है। इस सेगमेंट में कंपनी को केवल 5% EBIT मार्जिन मिलता है, जबकि Telecom बिजनेस में यह 20% से ज़्यादा है। इसी वजह से, RailTel की कंसोलिडेटेड EBITDA मार्जिन FY20 में 30% से घटकर FY25 में 15% रह गई है, भले ही EBITDA में 10% सालाना ग्रोथ बनी रही हो।
RailTel का टेलीकॉम सेगमेंट भले ही रेवेन्यू के मामले में EPC से पीछे है, लेकिन Profit Before Tax (PBT) में इसका योगदान कहीं ज़्यादा है। FY25 में टेलीकॉम सेगमेंट से RailTel को ₹1,350 करोड़ की आय हुई, जो FY22 के ₹1,030 करोड़ से 9% की वार्षिक दर से बढ़ी है। टेलीकॉम से FY25 में कंपनी को कुल रेवेन्यू का 40% और PBT का 75% हिस्सा मिला। ब्रोकरेज का मानना है कि Telecom सेगमेंट की हाई मार्जिन प्रोफाइल कंपनी को वित्तीय संतुलन देने में मदद करती है, भले ही EPC से तेज़ ग्रोथ मिल रही हो।
RailTel अब भारतीय रेलवे की सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ (Train Collision Avoidance System) के क्षेत्र में भी सक्रिय हो चुका है। कंपनी को हाल ही में ₹290 करोड़ का एक ऑर्डर मिला है, जिसमें 502 किलोमीटर के ट्रैक पर कवच सिस्टम लगाना है। यह प्रोजेक्ट East Central Railway से मिला है।
RailTel ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए OEM कंपनी Quadrant Future Tek के साथ साझेदारी की है। एंटीक की रिपोर्ट बताती है कि कवच सिस्टम का कुल बाज़ार अनुमानित रूप से ₹30,000 करोड़ का हो सकता है। RailTel यहां से ₹4,000 से ₹5,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर हासिल करने की संभावना रखता है।
ब्रोकरेज का यह भी कहना है कि कवच एक कम-खर्च और घरेलू तकनीक के रूप में यूरोपीय ट्रेन सुरक्षा सिस्टम का विकल्प बन सकता है, जिससे इसका निर्यात (Export) भी संभव है।
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RailTel अब देश के छोटे शहरों में Edge Data Centers स्थापित कर रही है। ब्रोकरेज रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने FY25 में 4-5 एज डेटा सेंटर्स पूरे किए हैं और FY26 में 3-4 और शुरू किए जा सकते हैं। इन डेटा सेंटर्स को PPP (Public-Private Partnership) मॉडल के तहत Techno Electric कंपनी के साथ मिलकर तैयार किया जा रहा है।
हर डेटा सेंटर की शुरुआती क्षमता लगभग 20 रैक (5-10 kW) होगी। इसके अलावा, नोएडा में एक बड़ा 10 मेगावाट का डेटा सेंटर भी बन रहा है, जो अगले 1.5 से 2 साल में चालू हो सकता है। FY25 में कंपनी को डेटा सेंटर और उससे जुड़ी सेवाओं से कुल रेवेन्यू का लगभग 4% हिस्सा मिला।
RailTel की बैलेंस शीट बेहद मज़बूत है। एंटीक की रिपोर्ट बताती है कि FY25 के अंत तक कंपनी पूरी तरह कर्ज़ मुक्त थी और उसके पास ₹500 करोड़ की नकदी (net cash) थी। कंपनी ने FY08 से लगातार डिविडेंड दिया है।
इसके अलावा, RailTel का ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क पूरे रेलवे ट्रैक के साथ फैला हुआ है, जिससे उसकी लागत भी कम रहती है और EPC प्रोजेक्ट्स में उसे वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत भी कम पड़ती है।
एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने RailTel के शेयर पर कोई ‘Buy’ या ‘Sell’ रेटिंग नहीं दी है, लेकिन यह ज़रूर कहा है कि कंपनी का शेयर फिलहाल FY27 के अनुमानित EPS के आधार पर 30x P/E पर ट्रेड कर रहा है। यह इसके ऐतिहासिक औसत मूल्यांकन से +1 स्टैंडर्ड डिविएशन ऊपर है। यानि शेयर महंगा ज़रूर है, लेकिन कंपनी की ग्रोथ संभावनाएं भी उतनी ही मजबूत हैं।
RailTel Corporation of India एक सरकारी कंपनी है, जिसमें भारत सरकार की 73% हिस्सेदारी है। यह कंपनी रेल मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है और देशभर में रेलवे की पटरियों के साथ डिजिटल नेटवर्क तैयार करने का काम करती है। रेलटेल को रेलवे ट्रैक के साथ फाइबर केबल बिछाने का विशेष अधिकार मिला हुआ है। अब तक कंपनी ने 62,000 किलोमीटर से ज्यादा ऑप्टिक फाइबर केबल बिछाई है और साथ ही शहरों में भी 21,000 किलोमीटर लंबा नेटवर्क तैयार किया है।
कंपनी की कमाई दो बड़े हिस्सों से आती है। पहला है टेलीकॉम सर्विसेज, जिसमें इंटरनेट, लीज़ लाइन और मोबाइल टावर के लिए जगह देने जैसी सेवाएं शामिल हैं। इस सेगमेंट से कंपनी को सबसे ज़्यादा मुनाफा यानी 75% प्रॉफिट मिलता है। दूसरा हिस्सा है EPC प्रोजेक्ट्स, जिसमें डिजिटल प्रोजेक्ट्स, रेलवे में फाइबर बिछाना, सीसीटीवी लगाना जैसे काम आते हैं। इस सेगमेंट से कंपनी को कुल मुनाफे का 25% हिस्सा मिलता है।