काफी समय से इंडस टावर के साथ लंबित विलय को अंतिम रूप देने के लिए भारती इन्फ्राटेल के निदेशक मंडल की बैठक बुधवार को होगी। इस सौदे पर अप्रैल 2018 में हस्ताक्षर किए गए थे और इसकी कामयाबी की उम्मीद की गई थी। इसके पूरा होने पर दुनिया की सबसे बड़ी दूरसंचार टावर कंपनियों में से एक का सृजन होता। कई मौकों पर देर होने के बाद अब समझा जा रहा है कि इस विलय के टलने की संभावना काफी कम है। हालांकि यह विलय इकाई के लिए अहम वित्तीय लाभ शायद नहीं देगा, लेकिन अगर इसमें थोड़ा बदलाव किया जाता है तो यह कंपनी के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
