गो एयर करेगी चेन्नई की उड़ानों में कटौती

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 12:42 AM IST

ज्यादा ग्राहकों को लुभाने के लिए टिकटों की कीमत कम करने के बाद भी कुछ विमानन कंपनियां लोगों को आकर्षित करने में सफल नहीं हो पा रही हैं।


इसी कारण सस्ती विमान सेवा मुहैया कराने वाली विमानन कंपनी गो एयर ने आने वाले हफ्ते में चेन्नई के लिए अपनी सभी उड़ाने रद्द करने की योजना बना रही है। पिछले साल कोच्चि, कोयंबटूर और पुणे के बाद यह चौथा शहर है जिसके लिए कंपनी ने उड़ान सेवा रद्द की है।

कंपनी की चेन्नई के लिए दिन भर में लगभग 6 उड़ाने हैं। गो एयर के मुख्य कार्यकारी एडगार्डो बैडाली ने कहा, ‘चेन्नई के लिए उड़ानें स्थगित करने का फैसला बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने की नीति के तहत किया गया है।

हम इसे  मौजूद संसाधनों के सही इस्तेमाल के लिए अपनाई जा रही नीति के रूप में देखते हैं।’ गो एयर ने पिछले महीने ही कोच्चि के लिए अपनी सभी उड़ानों को बंद कर दिया था। जबकि कंपनी पिछले साल ही पुणे और कोयंबटूर के लिए उड़ानें बंद कर चुकी थी।

अब गो एयर अहमदाबाद, मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, गोआ, हैदराबाद, जम्मू, जयपुर और श्रीनगर समेत नौ जगहों के लिए ही उड़ान भरेगी। उद्योग सूत्रों के मुताबिक कंपनी अहमदाबाद और जयपुर के बजाय हैदराबाद में अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाना चाहती है।

हालांकि एक ऑनलाइन पोर्टल के अनुसार दिल्ली-चेन्नई रूट पर कंपनी के टिकटों की बिक्री में काफी गिरावट आ गई थी। मेकमाईट्रिप डॉट कॉम के ऑनलाइन बिक्री प्रमुख मोहित श्रीवास्तव ने कहा, ‘दिल्ली-चेन्नई रूट पर गो एयर का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। चेन्नई के लिए होने वाली हमारी टिकटों की बिक्री में गो एयर के लिए मात्र 1-2 फीसदी ही बुकिंग होती थी।’ विशेषज्ञों के मुताबिक गो एयर का यह कदम विमानन बाजार में घटते ट्रैफिक के उठाया है।

उद्योग के एक विशेषज्ञ ने कहा, ‘कंपनी की योजना सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों में सेवा प्रदान करने की है जहां कंपनी अच्छा कर रही है।’ कंपनी द्वारा दिये गये आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल सदिर्यों के दौरान कंपनी रोजाना लगभग 82 उड़ानों का संचालन करती थी जबकि अब यह आंकड़ा घटकर 62 ही रह गया है।

गो एयर के कार्यकारी ने कहा, ‘उड़ानों में हालिया कटौती कनेक्टिंग उड़ानों की कमी के कारण किया गया है। हमारा लक्ष्य यात्रियों को सीधी उड़ानें मुहैया कराने पर ज्यादा ध्यान देंगे।’ क्षमता कम करने के कारण जनवरी-मार्च 2008 के दौरान विमानन कंपनी की विकास दर मात्र 4.24 फीसदी ही रही जबकि विमानन उद्योग की विकास दर 11 फीसदी से भी ज्यादा रही है।

गो एयर ने 20 एयरबस ए320 की खरीद प्रक्रिया भी थोडी धीमी करने की योजना बना रही है। गो एयर ने साल 2006 में 20 ए320 विमानों की खरीद का ऑर्डर दिया था। इसमें से कंपनी को दो विमानों की आपूर्ति पहले ही की जा चुकी है और तीसरा विमान इस साल जून में मिल जाने की उम्मीद है।

उद्योग सूत्रों के मुताबिक सभी जगह की उड़ानों के लिए कंपनी का औसत किराया लगभग 3100 रुपये है जोकि सिम्प्लींफलाई डेक्कन, इंडिगो, स्पाइसजेट से 10 फीसदी कम है। इन सभी उड़ानों के टिकटों की औसत कीमत लगभग 3400 रुपये है।

गो एयर बाजार में हिस्सेदारी के मामले में सबसे छोटी विमानन कंपनी है। लेकिन दिल्ली- मुंबई  रूट पर कंपनी की हिस्सेदारी लगभग 10 फीसदी है जो कि बाकी विमानन कंपनियों से कहीं ज्यादा है। कंपनी हैदराबाद और बेंगलुरु को अपना केंद्र बनाने पर ध्यान दे रही है।

First Published : May 20, 2008 | 1:56 AM IST