बेंगलूरु का एम्बेसी समूह, अपने साझेदार के साथ मिलकर उतारे गए रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) एम्बेसी ऑफिस पाक्र्स को और परिसंपत्तियां बेचेगा। समूह के चेयरमैन जीतू विरमानी ने आज वेबिनार मेंं ये बातें कही।
देश में सबसे बड़ी एकल वाणिज्यिक परिसंपत्तियों के सौदे में एम्बेसी और ब्लैकस्टोन ने बेंगलूरु के एम्बेसी टेक विलेज (ईटीवी) को 1.3 अरब डॉलर ायनी 9,782.4 करोड़ रुपये में एम्बेसी रीट को बेच दिया। इस सौदे ने एम्बेसी रीट को एशिया में ऑफिस स्पेस के लिहाज से सबसे बड़ा रीट बना दिया। ब्लैकस्टोन व एम्बेसी ने देश का पहला रीट उतारा था और पिछले साल उसे सूचीबद्ध कराया गया।
आज के वेबिनार में विरमानी ने कहा, मेरा मानना है कि खुद का रीट उतारे जाने के बजाय डेवलपर अपनी परिसंपत्तियां इस रीट के साथ विलय कर देंगे। अंतत: देश में चार से पांच बड़े रीट होंगे। इस वेबिनार का आयोजन नैशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल व एशिया पैसिफिक रियल एस्टेट एसोसिएशन ने किया।
उन्होंंने कहा कि एम्बेसी सूचीबद्ध रीट को और परिसंपत्तियां बेचेगा। रीट में हमारा स्वामित्व 15 फीसदी है और हमारे पास हर चीज का स्वामित्व नहीं चाहिए। जब तक रीट में जाने वाली परिसंपत्तियों पर हमारा नियंत्रण रहेगा और हमें उचित वैल्यू मिलती रहेगी, हमें किसी और चीज की दरकार नहीं होगी।
एम्बेसी के साथ इंडियाबुल्स रियल एस्टेट के विलय पर उन्होंने कहा, सही समय पर विलय हुआ, वे विनिवेश करना चाहते थे, ब्लैकस्टोन इसमें शामिल होना चाहती थी और यह सूचीबद्ध इकाई थी। हम चाहे जो कुछ भी करें, हम इस नए प्लेटफॉर्म के साथ करेंगे। एम्बेसी समूह के साथ अपनी परिसंपत्तियों के विलय के साथ इंडियाबुल्स रियल एस्टेट कारोबार से बाहर निकल गई।
