ओपन नेटवर्क, ओएनडीसी पर चल रहे शून्य कमीशन वाले मोबिलिटी ऐप नम्मा यात्री का कहना है कि वह कैब बुकिंग की सेवाओं में बदलाव ला रहा है और उद्योग को भी इसे अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है। कंपनी ने कहा कि चालक किफायती कैब सेवाएं देकर अपनी कमाई का शत-प्रतिशत हिस्सा अपने पास रख सकते हैं और यह मॉडल आवाजाही के लिए उचित और टिकाऊ है जिसमें मुनाफे के बजाय लोगों को सेवाएं देने को प्राथमिकता दी जाती है। नम्मा यात्री का कहना है कि अब तक इसके मंच से चालकों की कमाई 1,100 करोड़ रुपये तक हो गई है और इससे उनकी वित्तीय स्थिरता और आजीविका में सुधार हुआ है।
ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स
(ओएनडीसी) के एक श्वेत पत्र में कहा गया है कि ओपन नेटवर्क पर नम्मा यात्री जैसे ऐप में यह क्षमता है कि यह पांच वर्षों में 3 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक प्रभाव बना सकते हैं। अपने शून्य-कमीशन मॉडल के जरिये चालकों का सालाना 20,000 करोड़ रुपये की बचत कर, ओपन नेटवर्क के जरिये 51,000 करोड़ रुपये से लेकर 67,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सालाना आर्थिक गतिविधि बढ़ाने का लक्ष्य है। यह मॉडल स्थानीय घरेलू खर्च में बढ़ोतरी के जरिये सालाना 1,000 करोड़ रुपये जीएसटी राजस्व को भी बढ़ा सकता है।
आधार और यूपीआई के मुख्य कर्ताधर्ता डॉ. प्रमोद वर्मा का कहना है, ‘नम्मा यात्री ने ओपन नेटवर्क पर विकेंद्रीकृत पी2पी मॉडल की बदलाव लाने वाली क्षमता को दर्शाया है। यह आवागमन, चालकों को सशक्त बनाने, ग्राहकों की लागत कम करने और डिजिटल नवाचार तथा समावेश में भारत के लिए एक खाका तैयार करने का अहम क्षण हो सकता है।’ नम्मा यात्री का कहना है कि ओएनडीसी में विकेंद्रीकरण के सिद्धांतों, खुलापन और पारस्परिकता को अपनाने से एक समावेशी और समान डिजिटल बाजार तैयार होता है।
बेंगलूरु में रहने वाले 34 वर्षीय सलमान खान का कहना है कि नम्मा यात्री उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाने का माध्यम बना है। वह कहते हैं, ‘नम्मा यात्री से पहले मेरी अधिकांश कमाई कमीशन चुकाने में चली जाती थी। लेकिन अब मैंने अपने कर्ज चुका दिए हैं, अपनी बचत करनी शुरू कर दी है और अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में भी भेजने लगा हूं। इसने मुझे बेहतर भविष्य की उम्मीद दी है।’
नम्मा यात्री का मुख्य उद्देश्य चालकों पर केंद्रित है ताकि उनकी आजीविका के स्तर को बेहतर किया जाए और उनके जीवन में एक सार्थक बदलाव लाया जाए। स्थानीय सरकारों और समुदायों के साथ साझेदारी कर नम्मा यात्री, राज्य भर में अपने मॉडल का दायरा बढ़ा रही है। यह बाधारहित बहु-मॉडल यात्रा पर जोर देने के लिए सार्वजनिक परिवहन में निवेश कर रही है। इसका मकसद चालकों के कल्याण से जुड़ी पहल करना है जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन की महिला चालकों के लिए ‘महिला शक्ति’ प्रोग्राम, कम लागत में ऋण, नियमित बचत योजना और सामाजिक सुरक्षा योजना शामिल है ताकि चालकों की आजीविका में सुधार किया जा सके।
नम्मा यात्री के शान एम एस कहते हैं, ‘यह आवागमन से इतर एक आंदोलन की तरह है जिससे चालकों की स्थिति में सुधार होगा और इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने के साथ ही ग्राहकों को भी इससे बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।’
कंपनी का कहना है कि यह पहल सरकार के डिजिटल इंडिया और विकसित भारत के लक्ष्य के अनुरूप है। यह आवाजाही के तंत्र में सुधार करने के साथ ही चालकों और यात्रियों को समर्थन देते हुए टिकाऊ आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रहा है।
कंपनी का कहना है कि अब तक चालकों ने 7 करोड़ ट्रिप पूरे किए हैं और बिना कमीशन के 1,100 करोड़ रुपये से अधिक कमाई की है। नम्मा यात्री के पास करीब 5 लाख पंजीकृत चालक हैं और इस पर 1 करोड़ से अधिक यात्री भी पंजीकरण करा चुके हैं। कंपनी ने अगली तिमाही में अपनी सेवाओं का विस्तार पांच से छह नए शहरों में करने की योजना बनाई है।