पिछले महीने एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान रद्द करने के पीछे दो खास स्थानों पर स्थित चालक दल के सदस्यों का एक बहुत छोटा वर्ग था और यह समस्या ‘अब भलीभांति हल हो चुकी है।’ एयर इंडिया एक्सप्रेस के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी अंकुर गर्ग ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि विमानन कंपनी अगले छह महीनों में कुल 24 विमान जोड़ने की उम्मीद कर रही है, जिससे साल 2024 के आखिर तक उसके कुल बेड़े का आकार लगभग 100 विमानों तक पहुंच जाएगा।
एयर इंडिया एक्सप्रेस को पिछले महीने अपना परिचालन स्थिर करने में दो बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। शुरू में विमानन कंपनी को 8 मई से 12 मई के बीच 164 उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं, जब चालक दल के 100 से अधिक सदस्य वेतन में कटौती के विरोध और अन्य मसलों को लेकर ऐनवक्त पर बीमार की छुट्टी पर चले गए थे। कुछ ही दिनों बाद चालक दल के नए रोस्टरिंग सॉफ्टवेयर अपनाने के समय हुई गड़बड़ी के कारण बाधा आई और उड़ानें फिर से रद्द होने लगी थीं।
एविएशन इंडिया 2024 कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘जब हम बहुत तेजी से आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं तो इससे मानव संसाधनों पर कुछ दबाव पड़ता है। अलबत्ता यह विशेष मामला खास स्थानों पर स्थित चालक दल के बहुत छोटे वर्ग से जुड़ा था। हम जिन 45 स्टेशनों से काम करते हैं, उनमें से दो स्टेशनों पर यह समस्या थी और इस तरह की समस्या भी अब लगभग हल हो चुकी है। इसे उसी सप्ताह संभाल लिया गया था।’
उन्होंने कहा ‘उस महीने के दौरान जो कुछ हुआ, वह यह था कि हमारी कुछ प्रणाली परिवर्तनों का समय उससे मेल खा रहा था। इसने मामला और ज्यादा जटिल हो गया। अब हम उससे आगे निकल चुके हैं और हम सामान्य परिचालन पर आ गए हैं। हमें उम्मीद है कि अब यह आगे से स्थिर होगा।’ टाटा समूह ने जनवरी 2022 में एयर इंडिया का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। किफायती विमानन कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस एयर इंडिया की सहायक कंपनी है।