दिसंबर तिमाही में आपकी बिक्री में 2.3 फीसदी का इजाफा हुआ। क्या यह मंदी का असर है?
कंपनी ने फूड और पर्सनल प्रोडक्ट्स की श्रेणी में अच्छी बढ़ोतरी की है। कच्चे माल की कीमतें साल भर काफी ऊपर रहीं। नतीजतन, हमें अपने पैकेटों में उत्पाद की मात्रा कम करनी पड़ी।
इसे कम बिक्री की वजह माना जा सकता है। लेकिन सरकार ने कुछ राहत वाले कदम उठाए हैं और हमने ग्राहकों को इसका फायदा देना शुरू कर दिया है, जिसके अच्छे नतीजे जल्द ही सामने आएंगे।
लेकिन आपकी वृद्धि दर उद्योग विकास दर से कम क्यों रही?
पहले ही कह चुका हूं कि हमने कुछ कदम उठाए हैं, जैसे-उत्पाद की कीमतों को कम करना और उत्पादों पर छूट देना वगैरह। हम जायजा ले रहे हैं और कारोबार की बेहतरी के लिए हर कदम उठाएंगे।
क्या एचयूएल के मुनाफे में भी कमी आती जा रही है?
सच तो यह है कि 2008 में एचयूएल ने अच्छी-खासी बढ़ोतरी की है और मुनाफा कमाया है। इस साल महंगाई की वजह से ग्राहक परेशान रहे। हमें पर्सनल प्रोडक्ट्स में नुकसान हुआ है तो होम केयर और फूड श्रेणी में हमें फायदा भी हुआ है।
क्या बिक्री में इजाफे के लिए कीमतों में कमी कर रहे हैं?
हम कीमतों के बारे में कुछ अंदाजा नहीं लगा सकते। यह लागत आदि पर निर्भर करता है। हमें नहीं पता कि 2009 में आवश्यक जिंसों की कीमत कैसी रहेंगी।
लेकिन हम इस साल आक्रामक रवैया अख्तियार करेंगे और हर क्षेत्र में बढ़त की कोशिश करेंगे। हम ब्रीज, लिरिल, मोती, पियर्स, हमाम और रेक्सोना जैसे स्थानीय ब्रांड को मजबूत करने पर भी ध्यान देंगे।
स्थानीय ब्रांडों को मजबूत करना प्रीमियम ब्रांडों से मोहभंग तो नहीं माना जाएगा?
ऐसा नहीं है। हम सभी ब्रांडों पर ध्यान देंगे। हमारी रिपोर्ट के मुताबिक देश में 2013 तक प्रीमियम ब्रांडों के 5 करोड़ ग्राहक होंगे। इसके अलावा मध्यम श्रेणी के उत्पादों के लिए भी 2013 तक देश में तकरीबन 12 करोड़ ग्राहक होंगे।
ऐसे में हम इन बड़े ग्राहक वर्गों को कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं। इसीलिए हम सभी श्रेणियों के ब्रांडों पर पूरा ध्यान लगाएंगे।
लेकिन 2009 में आप मुनाफा कैसे कमाएंगे ?
ग्राहकों का ध्यान रखेंगे, उन्हें वाजिब दाम पर उत्पाद देंगे, लागत और उत्पाद के दाम में तालमेल बिठाएंगे। इसके बाद हम लागत को भी दुरुस्त करेंगे, ताकि मुनाफा हो। लागत का वह हिस्सा खत्म कर देंगे, जो कारोबार के लिहाज से हमारे लिए बेकार है।
2008 काफी उतार चढ़ाव वाला साल रहा? इस साल कंपनी की रणनीति क्या होगी?
फिलहाल कोई कंपनी खास योजना पर नहीं चल सकती। यहां हर महीने तस्वीर बदल सकती है। इसलिए हालात देखकर फैसले किए जाएंगे।