वाणिज्यिक वाहन निर्माता अशोक लीलैंड ने कंपनी के सभी कार्यालयों और संयंत्रों में स्थानीय कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृति योजना (वीआरएस) की घोषणा की है। कंपनी द्वारा पिछले दो वर्षों में दूसरी बार वीआरएस की घोषणा की गई है।
अशोक लीलैंड के अध्यक्ष (एचआर, सीएसआर और कम्युनिकेशन) एन वी बालाचंदर ने कहा, ‘हमने अपने कर्मचारियों के लिए वीआरएस की घोषणा की है। इस योजना से हमें ज्यादा लागत प्रभावी तथा सक्षम संगठनात्मक ढांचा तैयार करने में मदद मिलेगी।’
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के मौजूदा परिवेश ने लोगों को लचीले करियर अवसरों पर ध्यान देने की गुंजाइश पैदा की है।
उन्होंने कहा, ‘जल्द सेवानिवृत होने के संबंध में हमारे कर्मचारियों से कई अनुरोध मिले हैं, और यह योजना उन्हें उचित विकल्प मुहैया कराती है।’ वर्ष 2019 में, जब कंपनी ने वीआरएस/ईएसएस (इम्पलॉयी सेपरेशन स्कीम) की घोषणा की थी, तो उसका लक्ष्य मुख्य रूप से कमजोर प्रदर्शन वाले और 20-25 साल पुराने कर्मचारी थे। करीब 200 कर्मचारियों ने इस योजना को चुना। इस साल, वीआरएस उन लोगों को कवर करेगी जो सभी कार्यों में 1 साल से लेकर 32 साल के अनुभव से जुड़े हुए हैं।
बाला ने कहा, ‘यह एक प्रमुख पुनर्गठन कोशिश है।’ वीआरएस को कंपनी के कार्यालयों/ फैक्टरी लोकेशनों पर 9 महीने की अवधि के दौरान क्रियान्वित किया जाएगा। वीआरएस के क्रियान्वयन से कंपनी की क्षमता और संसाधनों को अनुकूल बनाने में मदद मिलेगी। नौकरी के ज्यादा कार्यकाल का मतलब है ज्यादा भुगतान। यदि कर्मचारी सेवा के पांच साल पूरा कर लेता है, तो उसे पांच महीने तक एक महीने का वेतन मिलेगा, यदि कार्यकाल पांच साल से ज्यादा है तो उसे अपने सेवा काल के लिए आधे महीने का वेतन मिलेगा।
