1932 जेआरडी टाटा ने की कराची-मुंबई के बीच डाक ले जाने वाली उड़ान की आरंभिक शुरुआत, जो किसी भारतीय कंपनी द्वारा शुरू की गई ऐसी पहली डाक सेवा थी।
1946 टाटा एयरलांइस बन गई सार्वजनिक कंपनी और इसका नाम बदलकर कर दिया गया एयर इंडिया।
1948 एयर इंडिया ने लॉकहीड कॉन्स्टेलेशन विमान का इस्तेमाल करते हुए किया मुंबई-लंदन उड़ान का परिचालन।
1952 योजना आयोग ने की निजी विमान कंपनियों के विलय और राष्ट्रीयकरण की सिफारिश।
1953 नौ निजी विमान कंपनियों का दो कंपनियों – एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस में कर दिया गया विलय। सरकार ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय परिचालन के लिए अलग-अलग कंपनी रखने की टाटा की मांग पर सहमति जताई और उन्हें एयर इंडिया का चेयरमैन नियुक्त किया।
1960 एयर इंडिया को अपना पहला बोइंग 707 विमान मिला, जिससे वह बीच में रुके बिना मुंबई और लंदन की उड़ानों में सक्षम हो गई। वर्ष 1962 तक यह विश्व की पहली ऐसी विमान कंपनी बन गई जिसके सभी विमान जेट इंजन वाले थे।
1971 एयर इंडिया को अपना बोइंग 747 विमान मिला।
1978 जेआरडी टाटा को एयर इंडिया के चेयरमैन पद से हटाया गया।
1985 इंडियन एयरलाइंस महिला चालक दल द्वारा उड़ान का परिचालन करने वाली दुनिया की पहली विमान कंपनी बनी।
1986-89 रतन टाटा ने एयर इंडिया के चेयरमैन के रूप में कार्य किया।
1990 कुवैत पर इराक के आक्रमण के बाद एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस ने 1,16,000 भारतीयों को वहां से निकाला। विमान कंपनियों ने अम्मान के लिए 451 उड़ानों का परिचालन किया।
1994 सरकार ने अनुसूचित निजी विमान कंपनियों का मार्ग प्रशस्त करते हुए वायु निगम अधिनियम निरस्त किया।
2005 एयर इंडिया एक्सप्रेस ने परिचालन शुरू किया।
2005 एयर इंडिया ने 68 बोइंग विमानों का ऑर्डर दिया। दो साल बाद न्यूयॉर्क के लिए सीधी उड़ानें शुरू कीं।
2007 एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस का एक ही विमान कंपनी में विलय हुआ।
2012 सरकार ने टर्नअराउंड योजना को मंजूरी दी, जिसमें इक्विटी निवेश, कर्ज की गारंटी और ऋण का पुनर्गठन करना भी शामिल था। वर्ष 2019 तक 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की इक्विटी डाली गई।
2013 एयर इंडिया की इंजीनियरिंग (एआईईएसएल) और जमीन पर रखरखाव करने वाली सहायक कंपनी (एआईएटीएसएल) ने परिचालन शुरू किया। ये दोनों कंपनियां विमान कंपनी के विनिवेश का हिस्सा नहीं हैं।
2014 एयर इंडिया अपने ग्राहकों को निर्बाध संपर्क सेवा प्रदान करने के लिए वैश्विक विमान कंपनियों के समूह – स्टार एलायंस में शामिल हुई।
2018 एयर इंडिया ने सऊदी अरब से इजरायल के लिए उड़ानों का परिचालन किया। ऐसा पहली बार है कि सऊदी अरब ने इजरायल के लिए वाणिज्यिक उड़ानों के वास्ते अपना हवाई क्षेत्र खोला है।