ओएनजीसी को पूंजीगत खर्च को लगा कोविड का झटका

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:37 AM IST

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस उत्खनन कंपनी ओएनजीसी ने पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में अपने बजटीय निवेश लक्ष्य के मुकाबले 20 फीसी कम रकम खर्च की। कोविड-19 से संबंधित पाबंदियों की वजह से कंपनी की परियोजनाओं में देरी हुई जिससे वह अपने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप खर्च नहीं कर पाई। दूसरी ओर इंडियन ऑयल जैसी तेल विपणन कंपनियों ने अपने निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले कहीं अधिक पूंजीगत खर्च किया। एक सरकारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
ओएनजीसी ने एक अप्रैल, 2020 से मार्च, 2021 के दौरान 32,502 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का लक्ष्य रखा था। लेकिन वित्त वर्ष के दौरान वह इसमें से महज 26,441 करोड़ रुपये ही खर्च कर पाई। पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम योजना एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) की एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है।
कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 के कारण लगाई गई पाबंदियों से आपूर्ति शृंखला और श्रमिकों की आवाजाही प्रभावित हुई जिससे परियोजनाओं के क्रियान्वयन में देरी हुई। इससे कंपनी का निवेश निर्धारित लक्ष्य से कम रहा। तेल एवं गैस की खोज व उत्पादन से संबंधित परियोजनाओं के लिए आमतौर पर विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से आपूर्ति की जरूरत होती है। इसके अलावा रिग्स जैसी कुछ सुविधाओं का परिचालन विदेशी क्रू करते हैं। अधिकारी ने कहा कि भारत सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन के कारण श्रमिकों की आवाजाही प्रभावित हुई। साथ ही इससे आपूर्ति शृंखला भी बाधित हुई। ओएनजीसी की विदेश इकाई (ओवीएल) का पूंजीगत खर्च भी पिछले वित्त वर्ष में 7,235 करोड़ रुपये के लक्ष्य की तुलना में 5,351 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, अन्य डाउनस्ट्रीम कंपनियों का निवेश लक्ष्य से अधिक रहा।
पीपीएसी की रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन ऑयल का पूंजीगत व्यय का बजटीय लक्ष्य 26,233 करोड़ रुपये था लेकिन कंपनी का कुल खर्च 27,195 करोड़ रुपये रहा।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) का खर्च 11,500 करोड़ रुपये के लक्ष्य की तुलना में 14,036 करोड़ रुपये और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) का खर्च 9,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य की तुलना में 10,697 करोड़ रुपये रहा। गैस कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड ने बजट लक्ष्य से 150 करोड़ रुपये अधिक यानी 5,412 करोड़ रुपये खर्च किए।
ऑयल इंडिया ने बीते वित्त वर्ष के दौरान 3,877 करोड़ रुपये के बजटीय लक्ष्य के मुकाबले 12,802 करोड़ रुपये खर्च किए।

First Published : April 21, 2021 | 11:49 PM IST