देश के पहले ऑनलाइन निगमित कमोडिटी एक्सचेंज नैशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएमसीई) ने अपनी पहचान बदल ली है।
इस दिशा में कदम उठाते हुए एनएमसीई ने अपना नया लोगो तैयार किया है। रिलायंस मनी द्वारा प्रवर्तित इस एक्सचेंज में 10 फीसदी की हिस्सेदारी हासिल करने की अनुमति उपभोक्ता मंत्रालय से मिलने के बाद एनएमसी ने अपना नया लोगो तैयार किया है।
इस लोगो के अनावरण के मौके पर वायदा आयोग के अध्यक्ष बी. सी. खटुआ ने कहा कि नयी कारपोरेट पहचान सिर्फ लोगो का बदलना नहीं है। यह तो भविष्य में इस कमोडिटी एक्सचेंज के सामने आने वाली चुनौतियों से जूझने की तैयारी को भी बताता है।
बाजार में अपनी नयी छवि बनाने और कारोबार को और सुविधाजनक बनाने के लिए एनएमसीई ने अपने कॉरपोरेट ऑफिस का मुख्यालय अहमदाबाद से मुंबई लाने की भी घोषणा की। सूत्रों के मुताबिक, एनएमसी अपने कारोबार को नई दिशा देने के लिए सदस्यों की संख्या 300 से बढ़ाकर 600 और ग्राहकों की संख्या 30,000 से बढ़ाकर 60,000 करेगा।
एनएमसी निदेशक सुदीप बंद्योपाध्याय ने बताया कि विकास के साथ एनएमसीई अब न केवल एक्सचेंज के क्रियाकलापों का आक्रामक विस्तार और कायाकल्प करेगा बल्कि इसके मौजूदा दृष्टिकोण को भी बदलेगा। बंद्योपाध्याय के मुताबिक, हमारी योजना न सिर्फ सदस्यता नेटवर्क और ऑफर किए गए कमोडिटी आधार को बढ़ाने की है।
उनकी योजना विभिन्न नई योजनाओं और गठबंधनों की मार्फत कमोडिटी क्षेत्र में बड़े निवेशक आधार तक पहुंचने की भी है। इसके लिए एनएमसीई 51 बड़े शहरों में अपने कारोबारी सेंटर स्थापित करेगा जो तीन महीने के अंदर काम करना शुरु कर देंगे।
गौरतलब है कि एनएमसीई में रिलांयस मनी ने 10 करोड़ रुपये निवेश कर एक्सचेंज की 10 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। खस्ताहाल में चल रहे इस एक्सचेंज के बारे में कयास तभी से लगाया जाने लगे थे जब रिलांयस की हिस्सेदारी को मंत्रालय ने मंजूरी दे दी थी।
एनएमसीई ने अपने नए लोगो की लॉन्चिंग ऐसे समय की है जब वह एग्रीस्पॉट एक्सचेंज और करेंसी फ्यूचर कारोबार की शुरुआत करने की तैयारी कर रहा है।
रिलायंस मनी खरीदेगी और 16 फीसदी हिस्सेदारी
नैशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया में अभी पिछले ही हफ्ते 10 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदने वाला रिलायंस मनी केवल इतने से संतुष्ट नहीं है। रिलायंस मनी इस एक्सचेंज में और 16 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी कर रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में रिलायंस मनी के इस प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी मिल जाएगी। रिलायंस मनी के निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंद्योपाध्याय के अनुसार, उम्मीद है कि अगले तीन महीनों में रिलायंस मनी को एनएमसीई में और 16 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति मिल जाएगी।
उल्लेखनीय है कि रिलायंस मनी अनिल धीरूभाई अंबानी नियंत्रित रिलायंस कैपिटल की एक कारोबारी इकाई है। इसने पहले ही एनएमसीई की 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का प्रस्ताव उपभोक्ता मामलों के विभाग के सामने किया था।