निवेश का विकल्प है ना

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 5:12 PM IST

हेमंत शाह ने सोने की खरीदारी निवेश के उद्देश्य से की थी। लेकिन कुछ ही दिनों के बाद सोने के दाम में जबरदस्त उछाल से उन्होंने सोने के बदले पेपर गोल्ड में निवेश करना अधिक फायदेमंद सौदा समझा।


जी हां, सोने के दाम में हो रहे इस उतार-चढ़ाव से बचने के लिए शाह के पास एक अच्छा विकल्प था। और वह विकल्प था किसी अंतरराष्ट्रीय सोने की खदान के शेयर की खरीदारी। इन दिनों ऑस्ट्रेलिया की इसी प्रकार की एक कंपनी सिटीगोल्ड अपने शेयर को भारतीय बाजार में बेचने उतरी है। भारत के बाजार में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लए सोना निकालने वाली यह कंपनी भारतीय दलालों से भी पार्टनरशीप कर रही है। निवेशक इस कंपनी की हिस्सेदारी प्रत्यक्ष रूप से खरीद सकते है।


गौरतलब है कि सिटीगोल्ड कंपनी ऑस्ट्रेलिया, दुबई, फ्रैंकफर्ट, के स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबध्द है। सिटीगोल्ड कंपनी के इस कदम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि सोने के सबसे बड़े इस उपभोक्ता देश के लोग इन दिनों सोने के क्षेत्र में निवेश के मामले में काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। यह कंपनी भारत में भी सोने की खुदाई करने की योजना बना रही है। लेकिन इस योजना को कुछ दिनों के बाद अंजाम दिया जाएगा।


इस मामले के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि निवेश को आकर्षित करने के लिए इस प्रकार की खदान कंपनियां इन दिनों संस्थागत चैनलों का सहारा ले रही है। सबसे बड़ी बात है कि विदेशी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबध्द सोने की कंपनी पहली बार भारतीय बाजार में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए उत्सुक दिख रही है। इस कंपनी के तहत होने वाले व्यापार को भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के तहत अंजाम दिया जाएगा।


सूत्रों के मुताबिक इटीएफ अपने निवेशकों को जहां 10 से 30 फीसदी का फायदा देता है वही सोने की खुदाई में लगी कंपनी अगर भविष्य में मजबूत स्थिति में आ गई तो वह अपने निवेशकों को 30-50 फीसदी का फायदा देगी।सिटीगोल्ड कंपनी ऑस्ट्रेलिया स्टॉक एक्सचेंज में 1993 में सूचीबध्द हुई थी और दुबई के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय एक्सचेंज में इस कंपनी ने गत वर्ष अपना कदम रखा है। सूत्रों का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया के स्टॉक बाजार में काफी तरलता है।

First Published : March 28, 2008 | 12:29 AM IST