खाद्य तेलों के आयात शुल्क में कटौती के बाद मुंबई की मंडी में सरसों तेल के भाव में दो रुपये प्रतिकिलो की गिरावट देखी गई।
बजट में खाद्य तेलों के आयात शुल्क में किसी प्रकार की कटौती की घोषणा नहीं होने से माना जा रहा था कि इसकी कीमतों में काफी बढ़ोतरी होगी। क्योंकि विश्व खाद्य तेल बाजार में भी इसके दाम लगातार बढ़ रहे है। खाद्य तेल निर्माताओं का कहना है कि आयात शुल्क में कटौती के बाद सरसों की मांग में तो बढ़ोतरी होगी लेकिन उसकी खरीद कीमत में गिरावट आएगी।
कारोबारियों के मुताबिक उन्होंने कीमत में कमी का फायदा तत्काल रूप से उपभोक्ताओं को देने का फैसला किया है। गत गुरुवार को सरसों तेल के आयात शुल्क को 75 फीसदी से घटाकर 27.5 फीसदी कर दिया।