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कच्चे तेल ने छू लिया अब तक का सबसे ऊंचा स्तर

Last Updated- December 07, 2022 | 10:44 AM IST

ईरान और नाइजीरिया से आपूर्ति के बाधित होने और ब्राजील के तेल उत्पादन में रुकावट होने की आशंकाओं से शुक्रवार को तेल की कीमत करीब तीन फीसदी बढ़कर 146.90 डॉलर के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी।


जबकि गुरुवार को इसके भाव में 5.60 डॉलर यानी 4 फीसदी का उछाल आया था। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, इस्राइल द्वारा ईरान पर हमले की योजना बनाने की खबर से यह तेजी आयी है। यू. एस. क्रूड की कीमत ने पहली बार 146.90 डॉलर की ऊंचाई?को छुआ है। अकेले शुक्रवार को ही कच्चे तेल ने 3 फीसदी से अधिक की बढ़त पायी। 

जानकारों की राय में, तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी कीमुख्य वजहों में नाइजीरिया में विद्रोहियों द्वारा तेल की बुनियादी व्यवस्था पर किया गया आक्रमण है। आज लंदन ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 2.07 डॉलर की बढ़त देखी गई और यह 144.10 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। मेलबोर्न स्थित नैशनल ऑस्ट्रेलियन बैंक के गेरार्ड बर्ग ने कहा कि अल्पावधि के लिए होने वाली तेल आपूर्ति की समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं।

विश्लेषकों के मुताबिक, तेल की कीमतें सप्ताह की शुरुआत में कम होने लगी थीं। लेकिन ओपेक के सदस्य देश ईरान और नाइजीरिया से तेल की आपूर्ति बाधित होने की आशंका से गुरुवार से तेल की कीमतों में बदलाव देखा जा रहा है। तेल के चौथे सबसे बड़े निर्यातक ईरान द्वारा किए जाने वाले मिसाइल परीक्षण से पैदा हुए विवाद और इस्रायल व अमेरिका के बीच बढ़ते तनावों से तेल के बाजार आशंकित है।

दोनो पक्षों के बीच चल रहे इस शीतयुद्ध में ईरान की ओर से कहा गया है कि अगर उसके ऊपर नाभिकीय योजनाओं को लेकर हमला किया गया तो वह भी तेल-अवीब पर पलटवार करेगा। उसके अनुसार, वह उस महत्वपूर्ण तेल मार्ग को भी नहीं छोड़ेगा जिसमें अमेरिका की दिलचस्पी है।

First Published - July 11, 2008 | 11:19 PM IST

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