शांघाई पोर्ट पर अटके कंटेनर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पर असर

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 7:20 PM IST

चीन में कोविड के मामले बढऩे से लॉकडाउन लगने के कारण शांघाई से टेलीविजन पैनल, फ्रिज, वॉशिंग मशीन जैसे उत्पाद बनाने मेंं इस्तेमाल होने वाले पुर्जों की आपूर्ति रुक गई है, जिससे भारत में टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों का बाजार प्रभावित हुआ है। आम तौर पर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स यानी व्हाइट गुड्स के 25 से 75 फीसदी कलपुर्जे चीन से आते हैं। इनमें एयर कंडीशनर (एसी) उद्योग सबसे ज्यादा निर्भर है, जिसमें 75 फीसदी पुर्जे चीन से आते हैं। 
भारत में टिकाऊ उपभोक्ता कंपनियों ने कलपुर्जों का भंडार रखा है मगर मई के मध्य से भंडार घटना शुरू हो सकता है। इसका नतीजा यह हो सकता है कि कुछ मॉडल बाजार मेंं नहीं मिल पाएं। अगर चीन में लॉकडाउन जारी रहा तो स्थिति और गंभीर हो सकती है। 
गोदरेज अप्लायंसेज के कार्यकारी उपाध्यक्ष और अध्यक्ष कमल नंदी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘शांघाई बंदरगाह पर बहुत सी चुनौतियां हैं। सभी श्रेणियों मेंं आपूर्ति घट सकती है। यह कहना मुश्किल है कि मई के मध्य से स्थिति कैसी रहेगी, लेकिन जून तक लॉकडाउन रहा तो यह निश्चित रूप से बिगड़ेगी।’
उन्होंने कहा कि चीन में लॉकडाउन की बंदिशें हटने के बाद भी स्थितियां सामान्य होने में तीन से चार महीने लग सकते हैं। गर्मियों के उत्पादों की मांग भी दो साल बाद बढ़ी है। इन उत्पादों की मांग कोविड की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण खत्म हो गई थी, जिससे फ्रिज और एसी जैसे गर्मियों के उत्पादों की बिक्री प्रभावित हुई। नंदी का कहना है कि मात्रात्मक बिक्री 2019 के गर्मियों के सीजन के मुकाबले थोड़ी अधिक और कीमतोंं मेंं बढ़ोतरी के कारण कीमत के लिहाज से करीब 15 से 20 फीसदी अधिक है। 
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के अध्यक्ष इरिक ब्रगंजा ने कहा कि चीन मेंं लॉकडाउन के टिकाऊ उपभोक्ता उद्योग पर असर का अनुमान लगाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि पेइचिंग के कुछ हिस्सों को भी बंद किया रहा है, जिससे उद्योग पर असर पड़ सकता है। 
ब्रगंजा ने कहा, ‘अगर चीन मेंं लॉकडाउन जारी रहा तो जून खराब रह सकता है, लेकिन अभी इसका सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है।’
उन्होंने कहा कि देश भर में गर्मी ज्यादा रहने और गर्मियां एक महीने पहले ही आ जाने के कारण इस सीजन के उत्पादोंं की मांग में अहम इजाफा हुआ है। 
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के अध्यक्ष इरिक ब्रगंजा ने कहा कि चीन से पुर्जों की आवक लटकने के कारण कुछ मॉडलों का स्टॉक खत्म हो सकता है।ठेके पर विनिर्माण करने वाली डिक्सन टेक्नोलॉजीज में पुर्जों की आवक सुधरी है मगर इसे पिछले दो सप्ताह के दौरान पुर्जों की किल्लत का सामना करना पड़ा। भारत में कोडक, थॉमसन, ब्लूपंक्ट और वेस्टिंगहाउस ब्रांडों का लाइसेंस लेने वाली कंपनी सुपर प्लास्ट्रोनिक्स ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही और जनवरी-मार्च तिमाही से पहले ही स्टॉक कर लिया था। खुदरा विक्रेता विजय सेल्स के स्टोरों में पहुंचने वाले माल पर अभी कोई असर नहीं पड़ा है। विजय सेल्स के एमडी नीलेश गुप्ता ने कहा, ‘हमारे स्टोर में आने वाले उत्पादों की आवक कम नहीं पड़ी है क्योंकि हमने गर्मियों में अच्छी बिक्री की उम्मीद में पहले ही स्टॉक तैयार कर लिया था।’ उन्होंने कहा कि गर्मियों के उत्पादों की मांग मार्च में अत्यधिक तगड़ी थी, लेकिन अप्रैल में उतनी मजबूत नहीं रही। 

First Published : May 3, 2022 | 10:53 PM IST