इस वित्त वर्ष की शुरुआत में सीमेंट कंपनियां कीमत बढाने को लगभग तैयार हैं। प्रति 50 किलो के बैग पर यह बढ़ोतरी तीन से 5 रुपये की हो सकती है।
इस बढ़ोतरी की वजह बढ़ती लागत और मांग में इजाफे को बताया जा रहा है।श्री सीमेंट के एमडी और सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग असोसिएशन (सीएमए) के प्रेजिडेंट एच. एम. बांगड़ ने कहा – लागत मूल्य में बढ़ोतरी का दबाव बना हुआ है, हालांकि हम यह नहीं कह रहे हैं कि सीमेंट की कीमतें बढ़ाई जाएगी क्योंकि यह बाजार तय करता है।
मुंबई स्थित ब्रोकरेज हाउस एडलवाइस ने सीमेंट की कीमतों की बढ़ोतरी के बारे में कहा है कि अप्रैल महीने में 3-5 रुपये प्रति 50 किलो केबैग पर बढ़ोतरी हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गुजरात में यह बढ़ोतरी 5-7 रुपये प्रति बैग की हो सकती है क्योंकि यहां वैट में इजाफा किया गया है।
इसकी पुष्टि करते हुए जे. के. सीमेंट के चीफ फाइनेंशल अफसर ए. के. सारोगी ने कहा – सीमेंट बनाने की लागत में इजाफा हो गया है और हम इस बढ़ी हुई लागत का भार निश्चित रूप से उपभोक्ता के ऊपर डालेंगे। यह बढ़ोतरी विभिन्न इलाकों के लिए अलग-अलग होगी और प्रति बैग 3-5 रुपये का इजाफा हो सकता है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि ताजा बढ़ोतरी कब से लागू की जाएगी।
वर्तमान में देश भर में प्रति बैग सीमेंट (50 किलो) की कीमत 240-245 रुपये के स्तर पर है। जबकि मुंबई में इसकी औसत कीमत 265-275 रुपये प्रति बैग है।
मल्टिनैशनल सीमेंट कंपनियों में मौजूद सूत्रों ने कहा कि कीमतें बढाने के अलावा अब इन कंपनियों के पास कोई चारा नहीं रह गया है। मुंबई स्थित सीमेंट स्टॉकिस्ट एंड डीलर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट संजय लडीवाला ने बताया कि अप्रैल में सीमेंट की कीमतें 5 रुपये प्रति बैग बढ़ने के आसार हैं।
देश के पश्चिमी व दक्षिणी इलाकों में यह बढ़ोतरी और भी ज्यादा हो सकती है। हो सकता है कि उत्तर भारत में यह ट्रेंड न चले जबकि पूर्वी इलाकों में सीमेंट कीमतें स्थिर रहने की उम्मीद है।सीएमए के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2007 से फरवरी 2008 के बीच इंडस्ट्री ने कुल 151.26 लाख टन सीमेंट का उत्पादन किया और इसमें से 150.56 टन सीमेंट डिस्पैच किया जा चुका है।
जे. के. सीमेंट के सीएफओ ने कहा कि सीमेंट की मांग में बढ़ोतरी हो रही है और यही वजह है कि इसकी कीमतें बढ़ने के आसार हैं।एंजेल ब्रोकिंग के रिसर्च हेड हितेश अग्रवाल ने कहा – पिछले तीन-चार महीने से सीमेंट कंपनियां लागत में हुई बढ़ोतरी का दबाव महसूस कर रही हैं और कीमत में बढ़ोतरी की संभावना से यह अब स्पष्ट होने लगा है।
उन्होंने कहा कि अगर अब सीमेंट की कीमतें (करीब 5 रुपये प्रति बैग) नहीं बढ़ती हैं तो यह काफी आश्चर्यजनक होगा। देश भर में जून का महीना कंस्ट्रक्शन के लिए काफी अहम होता है। वैसे इस वित्त वर्ष में सीमेंट इंडस्ट्री की बढ़ोतरी दर का स्तर तीसरा सबसे निचला स्तर हो सकता है।