facebookmetapixel
सोना कॉमस्टार ने दुर्लभ खनिज मैग्नेट की गुणवत्ता पर जताई चिंताअदाणी डिफेंस ऐंड एयरोस्पेस ने किया एमटीएआर टेक्नॉलजीज संग करारMSME पर ट्रंप टैरिफ का असर: वित्त मंत्रालय बैंकों के साथ करेगा समीक्षा, लोन की जरूरतों का भी होगा आकलनवैश्विक बोर्डरूम की नजर भारत पर, ऊंची हैं उम्मीदें : डीएचएल एक्सप्रेसTesla और VinFast की धीमी शुरुआत, सितंबर में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में हिस्सेदारी 1% से भी कमकंपनियां दीवाली पर कर्मचारियों और ग्राहकों को स्वादिष्ट और उपयोगी उपहार देने में दिखा रहीं बढ़त!किर्लोस्कर का औद्योगिक सुधार पर दांव, अरबों डॉलर की राजस्व वृद्धि पर नजरLokah Chapter 1: Chandra ने ₹30 करोड़ बजट में ₹300 करोड़ की कमाई की, दुनिया भर में रिकॉर्ड तोड़ाH-1B वीजा पर निर्भर नहीं है TCS, AI और डेटा सेंटर पर फोकस: के कृत्तिवासनदूसरी तिमाही के दौरान प्रमुख सीमेंट कंपनियों की आय में मजबूती का अनुमान

त्योहारी सीजन के लिए 52 लाख टन चीनी

Last Updated- December 07, 2022 | 10:42 PM IST


त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अक्टूबरदिसंबर की तिमाही केलिए 52 लाख टन गैरलेवी चीनी उपलब्ध कराने का फैसला किया है। खाद्य मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पिछले साल इस दौरान 42 लाख टन चीनी उपलब्ध कराया गया था।


पिछले महीने के दो लाख टन बगैर बिकी हुई चीनी के साथसाथ कुछ अन्य कोटा को जोड़कर अक्टूबर महीने में कुल 23.27 लाख टन चीनी उपलब्ध होगी जबकि पिछले साल इस महीने (अक्टूबर 2007) में 18.28 लाख टन चीनी उपलब्ध कराई गई थी। अक्टूबर के त्योहारी सीजन को देखते हुए चीनी की यह मात्रा पर्याप्त कही जा सकती है। मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार चीनी की कीमतों पर करीबी निगाह रखे हुए है और कीमत में बढ़ोतरी के बाद अगर जरूरत पड़ी तो सरकार चीनी का अतिरिक्त कोटा जारी करने से पीछे नहीं हटेगी। फिलहाल खुदरा बाजार में चीनी की कीमत 20-22 रुपये प्रति किलो है।


महीने के आखिर में स्टॉक बनाए रखने की बजाय चीनी मिलों को कहा गया है कि वे अपना एक तिहाई कोटा महीने के पहले पखवाड़े में बाजार में उतार दे। इसके अलावा सरकार अपने बफर स्टॉक से 2.25 अतिरिक्त चीनी जारी करने का फैसला लिया है। पहले यह मात्रा अक्टूबरसितंबर 2008-09 में किसी समय जारी करने की बात थी, लेकिन अब तिमाही के आधार पर बेची जाएगी। जानकारी के मुताबिक, अक्टूबरदिसंबर की तिमाही में 6.75 लाख टन, जनवरीमार्च की तिमाही में 4.5 लाख टन और अप्रैलजून की तिमाही में 6.75 लाख टन और जुलाईसितंबर की तिमाही में 4.5 लाख टन चीनी बेचने की जरूरत होगी। खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, मौजूदा तिमाही के लिए आवंटित कोटे में से बगैर बिकी हुई चीनी को लेवी चीनी में बदल दिया जाएगा। यही नहीं, डिफॉल्टर होने वाली चीनी मिलों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है। सितंबर के सामान्य गैरलेवी कोटा के चीनी की अवधि को 15 दिन के लिए बढ़ाकर इसे 15 अक्टूबर तक किया जा चुका है। यदि इसके बाद भी चीनी बिकने से बच जाती है तो उसे लेवी चीनी में बदल दिया जाएगा।



First Published - October 2, 2008 | 7:44 PM IST

संबंधित पोस्ट