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केंद्रीय बजट 2025 में की गई घोषणाओं से देश के पर्यटन क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे और वृद्धि को रफ्तार मिलेगी। पर्यटन उद्योग के हितधारकों ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि बजट घोषणाओं से देश को पर्यटकों के लिए पसंदीदा गंतव्य बनने में मदद मिलेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में अपना आठवां आम बजट पेश करते हुए घोषणा की कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ साझेदारी के जरिये शीर्ष 50 पर्यटन स्थल विकसित करेगी।
मेकमाईट्रिप के सह-संस्थापक और ग्रुप सीईओ राजेश मागो ने कहा, ‘देश में 50 पर्यटन गंतव्य विकसित करने के इस चुनौतीपूर्ण दृष्टिकोण को प्रदर्शन से जुड़े प्रोत्साहन का समर्थन है। इसमें परिणाम आधारित निष्पादन पर ध्यान दिया गया है। इससे राज्यों को गंतव्यों के प्रबंधन में प्रतिस्पर्धा एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।’ सीतारमण ने कहा कि इन गंतव्यों में प्रमुख बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए भूमि की व्यवस्था राज्यों द्वारा की जाएगी। बुनियादी ढांचे की संयुक्त मास्टर सूची (एचएमएल) में इन क्षेत्रों के होटलों को भी शामिल किया जाएगा।
मागो ने कहा, ‘इन 50 गंतव्यों में बुनियादी ढांचे की इस सूची में होटलों को शामिल करने से लंबी अवधि के निवेश को बढ़ावा मिलेगा। जबकि होमस्टे को मुद्रा ऋण देने से यह सुनिश्चित होगा कि छोटे उद्यमी और स्थानीय समुदाय भी इस विकास गाथा में समान रूप से भागीदार होंगे।’
सरकार ने मुद्रा ऋण के साथ होमस्टे को बढ़ावा देने की योजना की घोषणा की है। इससे छोटे उद्यम अपनी सेवाओं का विस्तार करने और स्थानीय आर्थिक वृद्धि में योगदान करने में समर्थ होंगे। इसके अलावा देश में पर्यटकों के आगमन को बढ़ावा देने के लिए कुछ विदेशी पर्यटक समूहों की ई-वीजा सुविधाओं को भी उपयुक्त बनाया जाएगा।
भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन में सुधार की रफ्तार काफी सुस्त रही और वह 2023 में जाकर वैश्विक महामारी से पहले के स्तर तक लौट पाया। आर्थिक समीक्षा में भी बताया गया है कि यह मंदी उद्योग के लिए बड़ी चिंता की बात थी। उसमें कहा गया है कि 2023 में वैश्विक विदेशी पर्यटकों के आगमन में भारत की हिस्सेदारी महज 1.45 फीसदी थी।
वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भगवान बुद्ध के जीवन और समय से संबंधित स्थलों पर ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा सरकार निजी कंपनियों के साथ मिलकर देश में चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने, यात्रा को सुगम बनाने और पर्यटन स्थलों तक कनेक्टिविटी को बेहतर करने की दिशा में काम करेगी। राज्यों को प्रदर्शन से जुड़े प्रोत्साहन प्रदान करने पर भी विचार किया जाएगा।
आतिथ्य सेवा परामर्श फर्म स्पेक्ट्रा
हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज के प्रधान सलाहकार और निदेशक नवनीत नागपाल ने कहा, ‘भारत बुनियादी ढांचे में निवेश और पर्यटकों को विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करते हुए पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर सकता है। दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से पर्यटकों की तादाद बढ़ाने के लिहाज से बौद्ध सर्किट पर्यटन पर जोर देना एक रणनीतिक कदम है।’
थॉमस कुक (इंडिया) लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ महेश अय्यर ने कहा, ‘आयकर में छूट की सीमा को सालाना 12 लाख रुपये किए जाने से खर्च करने योग्य रकम बढ़ेगी।’