एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) अपनी 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। पिछले दशकों में घरेलू ब्रोकिंग उद्योग में कई बदलाव आए हैं। इनमें एक मुख्य है निवेशकों द्वारा कम लागत वाले ब्रोकरों की तरफ जाना।
पारंपरिक रुप से फुल सर्विस ब्रोकरेज एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने हाल में अपनी फ्लैट-प्राइस ब्रोकिंग ऐप एचडीएफसी स्काई शुरू की है।
एचडीएफसी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी धीरज रेली ने सुंदर सेतुरामन को दिए एक ईमेल साक्षात्कार में कंपनी के सफर और इस उद्योग के प्रमुख रुझानों पर प्रकाश डाला। मुख्य अंश:
आप बदलते ब्रोकिंग परिदृश्य को किस नजरिये से देख रहे हैं, जिसमें निवेशक कई ब्रोकरेज विकल्प तलाश रहे हैं?
भारत में, ब्रोकिंग क्षेत्र मझोले और छोटे शहरों के रिटेल निवेशकों की संख्या बढ़ने से तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक बन गया है। निवेशकों के पास अर्थव्यवस्था के विस्तार के अनुरूप अपनी संपत्ति बढ़ाने के कई विकल्प हैं। डिजिटलीकरण में तेजी और नई कंपनियों द्वारा इस सेगमेंट की विभिन्न और विश्ष्ट जरूरतें पूरी करने की वजह से डीमैट खातों की संख्या 2 करोड़ से बढ़कर 15 करोड़ पर पहुंच गई है।
ज्यादा ब्रोकरों के विकल्प से ज्यादा निवेशकों के लिए प्रवेश के मौके पैदा हो रहे हैं और इस उद्योग की वृद्धि को रफ्तार मिल रही है। हम इस बदलते परिदृश्य से उत्साहित हैं और सभी ग्राहक सेगमेंटों (कामकाजी पेशेवरों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों) के लिए कई विकल्पों की पेशकश कर रहे हैं।
वित्तीय व्यवस्था में संपूर्ण सेवा प्रदाता ब्रोकरों की भूमिका के बारे में आपकी क्या राय है?
व्यक्तिगत स्तर पर देखें तो निवेश और वित्त बेहद महत्वपूर्ण विषय हैं क्योंकि ये प्रत्यक्ष रूप से पैसे से जुड़े होते हैं और इसलिए इनमें मार्गदर्शन की जरूरत होती है। हम लोगों को उनकी पूंजी बढ़ाने और उसके प्रबंधन के लिए सेवाएं मुहैया कराते हैं। आसान निवेश विकल्प बचत के वित्तीयकरण को बढ़ावा देते हैं।
संपूर्ण सेवा प्रदाता ब्रोकर के तौर पर हम ग्राहकों को संपूर्ण सहायता प्रदान कराते हैं। हमारा व्यापक शाखा नेटवर्क और 12,00 से अधिक रिलेशनशिप मैनेजर बेहद महत्वपूर्ण परामर्श एवं सुझाव मुहैया कराते हैं।
कुछ पर्यवेक्षकों का मानना है कि एचडीएफसी सिक्योरिटीज जैसे पुराने और नए ब्रोकरों के बीच प्रौद्योगिकी में बड़ा अंतर है। आप इसे कैसे देखते हैं?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज अपने ग्राहकों को नए फीचर्स और प्लेटफॉर्म मुहैया कराने के लिए लगातार प्रौद्योगिकी पर ध्यान दे रही है। 24 साल के अनुभव और विभिन्न बाजार चक्रों में निवेश दक्षता का इस्तेमाल हम अपने ग्राहकों को खास सेवाएं और डिजिटल समाधान मुहैया कराने के लिए करते हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रदर्शन मानकों, जैसे 2023-24 के लिए राजस्व, मुनाफा ग्राहक आधार और औसत दैनिक कारोबारी मात्रा के बारे में बताएं?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने मुनाफे में इजाफा दर्ज किया है और यह पिछले चार साल में 2.5 गुना बढ़कर 384 करोड़ रुपये (मार्च 2020) से मार्च 2024 में 950 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह, हमारा राजस्व भी 2,500 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। सक्रिय ग्राहकों की संख्या 12 लाख और कुल ग्राहकों की संख्या 50 लाख से ज्यादा हो गई।
एचडीएफसी स्काई की ताजा पेशकश से हमारा ग्राहक आधार बढ़ा है। हमने अपनी मार्जिन ट्रेड फैसिलिटी और लेंडिंग बुक में भी मजबूत वृद्धि दर्ज की है और यह बढ़कर 6,635 करोड़ रुपये पर हो गई।
ब्रोकिंग उद्योग के लिए आपका नजरिया क्या है? क्या आप हर महीने औसत 30 लाख डीमैट खातों के साथ इसमें तेजी बने रहने की संभावना देख रहे हैं या कुछ ठहराव आ सकता है?
भारत की वृद्धि और बढ़ती डिजिटल पैठ से ब्रोकिंग उद्योग को ताकत मिल रहीहै। हमें नए ग्राहकों और ट्रांजेक्शन की मात्रा दोनों में मजबूत वृद्धि की उम्मीद है। बढ़ती जागरूकता और नियामकीय सुधार से 15 करोड़ ग्राहक संख्या को बढ़ावा मिला और अगले दो वर्षों में यह आंकड़ा 30 करोड़ पर पहुंचने का अनुमान है।
बाजार की होड़ के बीच एचडीएफसी सिक्योरिटीज का ग्राहक जोड़ने के प्रति क्या नजरिया है?
हमारा दोहरा दृष्टिकोण, व्यापक ब्रांड अभियानों के साथ-साथ आक्रामक मूल्य निर्धारण और नई पेशकशों के अलावा डिजिटल और भौतिक संसाधनों के इस्तेमाल की मदद से बड़े ग्राहक आधार को आकर्षित करता है। पिछले 6 महीनों के दौरान हमने एचडीएफसी स्काई के लिए अपने विपणन प्रयास तेज कर दिए जिससे कि बाजार भागीदारी में इजाफा किया जा सके।