प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
वियतनाम की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी विनफास्ट ने शुक्रवार को कहा कि उसने हाई-वोल्टेज इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियों की रीसाइक्लिंग के लिए भारत की बैटएक्स एनर्जीज के साथ समझौता किया है। यह सौदा विनफास्ट के भारतीय परिचालन के लिए स्थानीय और बैटरी वैल्यू चेन बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। साथ ही, इस करार में उसकी आगामी तूतुकुडी फैक्ट्री और बिक्री बाद की सेवाएं शामिल हैं।
इस समझौते के तहत बैटएक्स एनर्जीज खत्म हो चुकीं बैटरियों से लीथियम, कोबाल्ट और निकल जैसी महत्त्वपूर्ण सामग्री निकालने का काम करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि उन्हें बैटरी उत्पादन चक्र में फिर से शामिल किया जाए। इस कदम का उद्देश्य बैटरी उत्पादन के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना और कच्चे माल के खनन पर निर्भरता घटाना है।
दोनों कंपनियों ने कहा कि यह भागीदारी भारत के तेजी से विकसित होते ईवी तंत्र के अनुरूप है। इससे दोनों देशों के सर्कुलर अर्थव्यवस्था से जुड़े समाधानों को ताकत मिलेगी। इस साझेदारी से पुरानी बैटरी के दुबारा इस्तेमाल, शहरी खनन और कच्चे माल की सुलभता की राह भी आसान हुई है।
विनफास्ट एशिया के मुख्य कार्याधिकारी फाम सान चाऊ ने कहा, ‘बैटएक्स एनर्जीज के साथ यह साझेदारी भारत में स्थायी, सर्कुलर बैटरी इकोसिस्टम के निर्माण की दिशा में सार्थक कदम है। बैटएक्स के साथ काम करके हमारा लक्ष्य संसाधन निर्भरता घटाना, राष्ट्रीय प्राथमिकताओं का समर्थन करना और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में जिम्मेदार नवाचार के लिए नया मानदंड कायम करना है।’
बैटएक्स एनर्जीज के मुख्य कार्याधिकारी उत्कर्ष सिंह ने कहा, ‘ईवी बैटरियों के लिए टिकाऊ ऐंड-ऑफ लाइफ सॉल्युशन के जरिये हम ऐसे बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं जो उद्योग के साथ विकसित हो सके और पर्यावरणीय के चिर प्रभाव पैदा कर सके।’
यह घोषणा ऐसे समय हुई है जब विनफास्ट भारत में अपनी योजनाओं में तेजी ला रही है। कंपनी दो इलेक्ट्रिक एसयूवी-वीएफ 6 और वीएफ 7 उतारने की तैयारी कर रही है, साथ ही अपने तमिलनाडु संयंत्र में परिचालन का भी विस्तार कर रही है।