₹1,098 टच कर सकता है ये Hotel Stock, लीजिंग बिजनेज में तेजी; ब्रोकरेज की सलाह- खरीदेंपुतिन के भारत पहुंचने से पहले आई बड़ी खबर.. रूस देगा न्यूक्लियर पावर अटैक सबमरीन; इतनी हैं कीमतSmall Cap Funds: फिर दिखेगी जोरदार रैली? गिरावट के बाद वैल्यूएशन आकर्षक, जोखिम भी जान लें18% चढ़ सकता है टाटा का FMCG स्टॉक, ब्रोकरेज ने कहा- ग्रोथ की संभावनाएं मजबूत; खरीदें2026 में सोना 30% चढ़ेगा या 20% गिरेगा? जानें क्या कहती है WGC की रिपोर्ट48.7 अरब डॉलर AUM वाले फंड मैनेजर की राय: 2026 में भारतीय बाजार में आएगी तेजीभारतीय सिंगर सोनू निगम ने किराये पर दी प्रॉपर्टी, हर महीने होगी इतनी कमाईग्रीन सपना बना यूरोप की अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा संकटबायबैक डेट घोषित होते ही फार्मा शेयर में 18% की रॉकेट रैली, ₹20 से भी सस्ता; हाई से 60% नीचे कर रहा ट्रेडनुवामा ने रिटेल स्टॉक पर अपग्रेड की रेटिंग, कहा – बहुत गिर गया, अब 42% चढ़ेगा भाव
अन्य समाचार रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा, वैश्विक रुख से तय होगी शेयर बाजारों की दिशा
'

रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा, वैश्विक रुख से तय होगी शेयर बाजारों की दिशा

PTI

- June,05 2022 12:43 PM IST

पांच जून (भाषा) शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह मुख्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजों से तय होगी। इसके अलावा वैश्विक रुझान

विश्लेषकों का कहना है कि बाजार में हाल में सुधार दिखा है, लेकिन यह अभी मजबूत नजर नहीं आ रहा है। इसकी वजह बढ़ती मुद्रास्फीति और भू-राजनीतिक तनाव के बीच वैश्विक स्तर पर नीतिगत रुख को सख्त किया जाना है।

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा, वैश्विक स्तर पर वृहद आंकड़े और कच्चे तेल के दाम इस सप्ताह बाजार की चाल तय करेंगे। रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा आठ जून को होगी। रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है, ऐसे में केंद्रीय बैंक की ‘टिप्पणी’ क्या रहती है, उसे देखना होगा। औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े 10 जून को कारोबार बंद होने के बाद आएंगे।’’

मीणा ने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर बृहस्पतिवार को अमेरिका के बेरोजगारी दावों के आंकड़े और शुक्रवार को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े आने हैं। वैश्विक बाजारों की दृष्टि से ये काफी महत्वपूर्ण रहेंगे।

उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम अभी ऊंचे हैं। यदि इनमें कमी नहीं आती, तो इससे बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अब भी बिकवाली कर रहे हैं। हालांकि, अब इसकी रफ्तार कुछ कम हुई है। मीणा ने कहा कि यदि कच्चे तेल के दाम में तेजी से रुपया कमजोर होता है, तो उनकी बिकवाली और बढ़ सकती है।

बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 884.57 अंक या 1.61 प्रतिशत के लाभ में रहा।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘तिमाही नतीजों का सीजन पीछे छूट चुका है। ऐसे में अब सभी का ध्यान मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक पर रहेगा। यह बैठक 6-8 जून तक होनी है। बाजार पहले ही नीतिगत दरों में एक और वृद्धि के लिए तैयार है। सभी का ध्यान मानसून के अनुकूल रहने के पूर्वानुमान के बीच रिजर्व बैंक की टिप्पणी पर रहेगा।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा वैश्विक बाजारों के प्रदर्शन और कच्चे तेल के दाम पर भी सभी की निगाह रहेगी। वृहद आर्थिक मोर्चे पर बाजार भागीदारों की निगाह 10 जून को आने वाले आईआईपी के आंकड़ों पर रहेगी।

सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी शोध प्रमुख येशा शाह ने कहा कि इस सप्ताह मुद्रास्फीति पर सभी की निगाह रहेगी। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के अलावा सप्ताह के दौरान चीन और अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़े भी आने हैं।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा सबसे महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। निवेशकों की निगाह मुख्य रूप से इसपर रहेगी।

भाषा अजय

अजय

संबंधित पोस्ट