उत्तर भारतीय संगठनों द्वारा 24 जनवरी को मनाए जाने वाले उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने यह कहते हुए विरोध करने की तैयारी कर ली है कि महाराष्ट्र में सिर्फ महाराष्ट्र दिवस ही मनाया जाएगा।
राजनीतिक बयानवाजी और चुनाव नजदीक होने की वजह से इस दिन गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की जा रही है जिसका सबसे ज्यादा असर छोटे कारोबारियों पर पड़ सकता है। इस दौरान तोड़-फोड़ और लूट-पाट की आशंका से छोटे कारोबारी, व्यापारी और टैक्सी एवं रिक्शा चालक ज्यादा आशंकित हैं।
फेडरेशन ऑफ रिटेल टे्रडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव विरेन्द्र शाह कहते हैं कि पिछले एक साल से महाराष्ट्र में राजनीतिक पार्टियों द्वारा जो क्षेत्रवाद की राजनीति की जा रही है जिसका सबसे ज्यादा खमियाजा छोटे दुकानदारों और गरीब तबके के लोगों को उठाना पड़ रहा है।
जिस इलाके में प्रदर्शन होते हैं उसी क्षेत्र के कारोबारियों को सबसे ज्यादा भुगतना पड़ता है।