बेस्ट अपने बस स्टेशनों को विकसित करने और नई बसें खरीदने के लिए केन्द्र सरकार के पास एक प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रहा है।
इस प्रस्ताव के तहत बेस्ट अपने खाली पड़े बस स्टेशनों को विकसित करके उनके पहले मंजिल में शॉपिंग माल, सिनेमा घर, कॉफी हाउस, एटीएम सेंटर बनाना चाहता है। इस काम के लिए बेस्ट को केन्द्र सरकार से 400 से 500 करोड़ रुपये की मदद की जरुरत पड़ने वाली है।
अगर प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जाती है तो पहले प्रायोगिक तौर पर 25 बस स्टेशनों में इन सुविधाओं का विकास किया जाएगा। महानगर में बेस्ट के करीबन 200 बस स्टेशनों को इस योजना के तहत विकसित करने की योजना हैं।
शुरूआती दौर में 3000 वर्ग फुट से ज्यादा और रेलवे स्टेशनों के पास वाले 25 बस स्टेशनों को विकसित किए जाने का प्रस्ताव है। दरअसल ज्यादात्तर बस स्टेशन खुले आसमान पर है।
इनका विकास कर इनके ऊपरी हिस्से को कॉमर्शियल तौर पर इस्तेमाल करने से बेस्ट को सालाना किराये पर ही मोटी रकम प्राप्त होगी जिससे बेस्ट घाटे से ऊभर सकेगी।
इन बस स्टेशनों के पहले मंजिल पर थियेटर और शॉपिंग मॉल, मेडिकल स्टोर्स, एटीएम और रेस्टोरेंट खोला जाएगा। इसका मकसद यह है कि लोग स्टेशन पर ही अपने जरुरत का सामान खरीद सके।
बेस्ट के चेयरमैन उत्तम खोब्रागडे के अनुसार जवाहर लाल नेहरु नेशनल अर्बन मिशन (जेएनएनयूआरएम) योजना के तहत बेस्ट को अपने बस स्टेशनों के विकसित करने के लिए केन्द्र सरकार से 400 -500 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।