facebookmetapixel
बिहार चुनाव पर भाकपा माले के महासचिव दीपंकर का बड़ा आरोप: राजग के तीन ‘प्रयोगों’ ने पूरी तस्वीर पलट दीदोहा में जयशंकर की कतर नेतृत्व से अहम बातचीत, ऊर्जा-व्यापार सहयोग पर बड़ा फोकसझारखंड के 25 साल: अधूरे रहे विकास के सपने, आर्थिक क्षमताएं अब भी नहीं चमकींपूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों को भाने लगी ‘काला नमक’ चावल की खेती, रिकॉर्ड 80 हजार हेक्टेयर में हुई बोआईभूख से ब्रांड तक का सफर: मुंबई का वड़ा पाव बना करोड़ों का कारोबार, देशभर में छा रहा यह देसी स्ट्रीट फूडDPDP नियमों से कंपनियों की लागत बढ़ने के आसार, डेटा मैपिंग और सहमति प्रणाली पर बड़ा खर्चजिंस कंपनियों की कमाई बढ़ने से Q2 में कॉरपोरेट मुनाफा मजबूत, पर बैंकिंग और IT में सुस्ती जारीबिहार चुनाव में NDA की प्रचंड जीत: अब वादों पर अमल की चुनौती विकसित भारत को स्वच्छ प्रणाली की आवश्यकता: विकास भ्रष्टाचार से लड़ने पर निर्भर करता हैअगर कांग्रेस भाजपा से आगे निकलना चाहती है तो उसे पहले थोड़ी विनम्रता दिखानी होगी

उत्तराखंड पर चढ़ा नैनो का जादू

Last Updated- December 10, 2022 | 9:44 PM IST

आम आदमी की कार बताई जा रही लखटकिया नैनो का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है।
लोग नैनो की बुकिंग के लिए लगातार टाटा मोटर्स के डीलरों को फोन मिला रहे हैं। अब रिटायर्ड सरकारी अधिकारी जी एस रावत को ही ले लीजिए वह टाटा मोटर्स के डीलर के यहां लगातार फोन कर रहे हैं।
दरअसल वह यह जानना चाहते हैं कि पहाड़ी राज्यों के लिए नैनो में पर्याप्त सुरक्षा है या नहीं? रावत के पास एक मारुति 800 पहले से ही है। लेकिन फि र भी नैनो बुक कराने के लिए बेताब हैं।
रावत ने बताया, ‘मेरे लिए पैसा कोई बड़ी चीज नहीं है। मैं सिर्फ इस बात की तसल्ली चाहता हूं कि नैनो पहाड़ी राज्यों में यात्रा करने के लिए सुरक्षित है या नहीं?’ रावत की तरह ही ऐसे और कई लोग हैं जो नैनो के बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं। दरअसल नैनो उत्तराखंड में कंपनी के पंतनगर संयंत्र में ही बन रही है।
राज्य के मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी से लेकर राज्य के किसानों तक सभी नैनो के लॉन्च होने पर खुशियां मना रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री खंडूड़ी ने बताया, ‘पंतनगर संयंत्र से नैनो का निकलना हमारी एक बड़ी उपलब्धि है।’ शैल शर्मा ने कहा, ‘नैनो उत्तराखंड में बनी है इसीलिए यह हमारी कार है।’
शर्मा रोजाना स्कूटी से कार्यालय जाते हैं। शर्मा ने बताया, ‘स्कूटी के मुकाबले कार ज्यादा सुरक्षित रहती है।’ देहरादून में टाटा मोटर्स के डीलर राकेश ओबेरॉय ने बताया कि नैनो की पूछताछ के लिए उनके यहां कई सौ फोन आते हैं।
टाटा मोटर्स को राज्य के पंतनगर में संयंत्र लगाने के लिए लगभग 950 एकड़ भूमि दी गई थी। राज्य सरकार से बातचीत के बाद कंपनी पंतनगर संयंत्र में नैनो के निर्माण के लिए किए गए अस्थायी फेरबदलों को स्थायी करने के लिए राजी हो गई थी। हालांकि इसके लिए राज्य सरकार ने कंपनी को कई करों में छूट भी दी है।

First Published - March 26, 2009 | 10:37 PM IST

संबंधित पोस्ट