आंतकवादी हमलें के बाद क्षतिग्रस्त हुए ताज होटल की मरम्मत में 500 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। साथ ही मरम्मत के लिए होटल को एक साल के लिए बंद भी रखना पडेग़ा।
आंतकवादियों ने पुराने ताज के तौर पर मशहूर होटल के हेरिटेज विंग में पचास घंटे से ज्यादा हथगोलों और बंदूको से गोलाबारी की है। इससे होटल अंदरूनी हिस्से को बहुत नुकसान हुआ है।
हेरिटेज होटल का इतिहास 106 साल पुराना है। होटल की सबसे आलीशान छठी मंजिल और चौथी मंजिल में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। होटल के अंदर स्थित कुछ रेस्टोरेंट तो बुरी तरह से जल चुके है।
भारतीय वास्तुकला संस्थान के उपाध्यक्ष पांडुरंग पोटनिस के अनुसार किसी भी हेरिटेज के एक वर्ग फीट की मरम्मत में करीब 5,000 रुपये का खर्च आता है। ताज के लिए तो यह और भी ज्यादा होगा। हमें लगता है कि पूरी तरह से मरम्मत के लिए होटल को लगभग 1 साल के लिए बंद करना पड़ेगा।
ताज की हेरिटेज विंग में अंत्यत कीमती हस्तकला को उकेरा गया था। लकड़ी के ऊपर उकेरी गई कलाएं तो औपनिवेशिक समय की है, इनकी मरम्मत करना सबसे कठिन होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि मरम्मत के काम में आकारिकी इंजीनियरिंग सबसे बड़ी चुनौती होगी।
इस बीच मुंबई अब फिर अपनी पुरानी रंगत में लौटती दिख रही है। कुछ युवक अपने मोबाइल पर होटल की फिल्में उतारते नजर आ रहें है। बड़ी संख्या में लोगों ने गेट वे ऑफ इंडिया के सामने जमा होकर शहीदों को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।