मंगलवार को वेलक्योर ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स (Welcure Drugs & Pharmaceuticals) के शेयरों जोरदार तेजी देखने को मिली। इसकी वजह कंपनी द्वारा स्टॉक स्प्लिट के लिए लिया गया फैसला है। कंपनी ने बताया कि उसका बोर्ड 22 अगस्त 2025 (शुक्रवार) को दो बड़े कॉरपोरेट फैसलों पर विचार करेगा। इनमें पहला है 1:10 स्टॉक स्प्लिट, जिसमें एक शेयर को 10 हिस्सों में बांटा जाएगा।
दूसरा है 1:1 बोनस शेयर देने का प्रस्ताव, जिसके तहत निवेशकों को उनके पास जितने शेयर हैं, उतने ही अतिरिक्त शेयर मुफ्त में दिए जाएंगे। हालांकि, शेयर की कीमत उसी अनुपात में घटेगी, जिससे निवेश का कुल मूल्य पहले जैसा ही रहेगा। कंपनी का मानना है कि इन कदमों से बाजार में शेयर की खरीद-बिक्री बढ़ेगी, निवेशकों का दायरा फैलेगा और शेयर की कीमत आम निवेशकों के लिए अधिक सुलभ होगी।
यह घोषणा कंपनी के मजबूत तिमाही नतीजों के बाद आई है। अप्रैल-जून 2025 (Q1 FY26) में वेलक्योर ने ₹23.29 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछली तिमाही मार्च 2025 के ₹2.5 करोड़ से कई गुना अधिक है। कंपनी की ऑपरेशंस से आय ₹299.91 करोड़ रही, जबकि पिछली तिमाही में यह केवल ₹21.21 करोड़ थी। वेलक्योर का कहना है कि बेहतर ऑर्डर बुक, समझदारी से लिए गए बिजनेस फैसले और “एसेट-लाइट, फीस-बेस्ड” मॉडल की ओर बदलाव ने इस शानदार प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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वेलक्योर ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स ने हाल ही में ₹299.91 करोड़ के सात नए एक्सपोर्ट- सोर्सिंग प्रोजेक्ट हासिल किए हैं। यह कंपनी के लिए एक और बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले कंपनी को थाईलैंड की Fortune Sagar Impex से ₹517 करोड़ का ग्लोबल सोर्सिंग कॉन्ट्रैक्ट भी मिला था।
वेलक्योर ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स की स्थापना 1992 में हुई थी। यह कंपनी दवाओं का निर्माण और बिक्री करती है। इसके प्रोडक्ट में टैबलेट, कैप्सूल और ड्राई सिरप शामिल हैं। हाल के सालों में कंपनी ने दवाएं बनाने के साथ-साथ विदेशों से दवाएं मंगाने और बेचने का काम भी बढ़ाया है, जिससे इसकी पकड़ भारत और दूसरे देशों के बाजारों में मजबूत हो गई है।
वेलक्योर ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स अभी ESM (Enhanced Surveillance Measure) – Stage 1 में है, यानी यह स्टॉक एक्सचेंज की खास निगरानी लिस्ट में शामिल है।