निफ्टी में शुक्रवार को 3790 से 4650 तक की रैली में 50 फीसदी के रिट्रेसमेंट स्तर (4220-4245) से पुलबैक आया और 38.2 फीसदी के रिट्रेसमेंट स्तर पर बंद हुआ है।
इस टेक्निकल पुलबैक में कैश और डेरिवेटिव्स में वॉल्यूम काफी कम था क्योंकि कारोबारी अगस्त सीरीज के खत्म होने से पहले ताजा पोजीशन लेने से कतरा रहे थे। पिछले कुछ हफ्तों में इंडेक्स 4625 और 4250 के दायरे में कारोबार करता रहा है और फिलहाल इस दायरे के निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है।
रोलओवर काफी कम होने से अगले हफ्ते के लिए इंडेक्स का दायरा काफी मुश्किल है। इंट्राडे मूमेंटम बाजार में जरूरत से ज्यादा बिकवाली होने के संकेत दे रहे हैं। लिहाजा सोमवार को जब बाजार खुलेगा तो थोड़ा उछाल देखा जा सकता है।
अगस्त सीरीज की एक्सपायरी में केवल चार दिन बाकी हैं, निफ्टी वायदा का ओपन इंटरेस्ट पिछले माह की इस अवधि की तुलना में 398.8 लाख शेयरों से घटकर 360.2 लाख शेयर हो गया है। सितंबर सौदों का रोलओवर भी पिछले माह की इस अवधि की तुलना में 23.86 फीसदी से घटकर 16.60 फीसदी रह गया है।
विदेशी निवेशक, जो कैश सेगमेन्ट में शुध्द बिकवाल बने हुए थे, लगता है उन्होंने अपनी लांग पोजीशन कवर कर ली है और इंडेक्स और शेयर वायदा में ताजा शार्ट पोजीशन ले ली है। क्योंकि अगस्त सीरीज की शुरुआत से इंडेक्स वायदा में एफआईआई की ओपन पोजीशन एक करोड़ शेयरों से गिरी है जबकि शेयर वायदा में यह 67,000 सौदों से गिरी है।
निफ्टी का पुट कॉल रेशियो एक से नीचे है जिससे साफ है कि बाजार में जरूरत से ज्यादा बिकवाली हो चुकी है। हालांकि सबसे ज्यादा पुट ओपन इंटरेस्ट 4300 के भाव पर रहा (पुट-कॉल रेशियो 1.38) जबकि कॉल का ओपन इंटरेस्ट 4300 के भाव पर पुट से ज्यादा रहा। इससे संकेत मिलता है कि 4300 पर सपोर्ट है और 4400 से ऊपर रेसिस्टेंस है।